रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर में सूदखोरी करने वाले हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के घर पर आयकर विभाग और नगर निगम के अफसर पहुंचे। तोमर ब्रदर्स के परिजनों से मकान और टैक्स संबंधित दस्तावेजों की मांग की। सूदखोरी का जाल बिछाकर कर्जदारों से करोड़ों रुपए वसूलने वाले दोनों भाई पिछले सात दिन से फरार हैं।
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मिली जानकारी के अनुसार, रेड के दौरान रायपुर निगम के अफसर भी मौजूद थे। निगम के अधिकारियों ने भी आरोपियों के घर पर संपत्ति संबंधित दस्तावेजों की जांच की। इसके कुछ देर बाद चले गए। जोन 8 के कमिश्नर हितेंद्र यादव ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर वीरेंद्र तोमर के घर हमारी टीम गई थी। उनके परिजनों से मकान से संबंधित दस्तावेज मांगे हैं। दस्तावेजों की जांच की जाएगी कि उनके पास कितनी अनुमति है और उनके मकान निर्माण की लागत कितनी है। कमिश्नर ने बताया कि दस्तावेजों का आकलन करने के बाद विस्तार से जानकारी दी जाएगी। अभी सभी सवालों को लेकर जांच की जा रही है। वहीं रेड के बाद IT अफसर भी आरोपियों के घर दस्तावेज और संपत्ति से जुड़े कुछ सबूत लेकर निकल गए हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी वीरेंद्र और रोहित के पास कुल कितनी संपत्ति है? कितनी संपत्तियों का टैक्स दे रहे हैं? कितनी प्रॉपर्टी बेनामी है? इन सभी सवालों के जवाब तलाशने अफसर पहुंचे थे। जांच अधिकारियों को आशंका है कि आवाजी कारतूस का इस्तेमाल हिस्ट्रीशीटर दोनों भाई कर्जदारों को डराने के लिए इस्तेमाल करते थे।
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हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के घर से पुलिस ने 37 लाख से ज्यादा नकद, 734 ग्राम सोने के जेवरात, 125 ग्राम चांदी, 4 गाड़ियां, आई-पेड, लैपटॉप, चेक एटीएम कार्ड, डी.व्ही.आर., ई-स्टाम्प जब्त किया था। इसके अलावा पैसों के लेन-देन के हिसाब का रजिस्टर, जमीनों के दस्तावेज, नोट गिनने का मशीन, 5 तलवार, 1 रिवाल्वर, 1 पिस्टल, जिंदा राउंड और आवाजी कारतूस भी बरामद किए गए थे। इस पूरे मामले में पुलिस दोनों भाइयों की तलाश कर रही है।
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