हनीमून की आड़ में रची गई साजिश! मेघालय पुलिस का दावा,राजा रघुवंशी की हत्या के बाद ट्रेन से इंदौर आई थी सोनम

हनीमून की आड़ में रची गई साजिश! मेघालय पुलिस का दावा,राजा रघुवंशी की हत्या के बाद ट्रेन से इंदौर आई थी सोनम

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की मेघालय के शिलॉन्ग में हत्या की गुत्थी ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस सनसनीखेज मामले में मेघालय पुलिस ने राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी को मुख्य साजिशकर्ता करार देते हुए उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से गिरफ्तार किया है।

ताजा खुलासा यह है कि राजा की हत्या के बाद सोनम 25 मई 2025 को शिलॉन्ग से सिलीगुड़ी के रास्ते ट्रेन से इंदौर पहुंची थी, जहां उसने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह से मुलाकात की और कुछ समय उसके किराए के कमरे में ठहरी।

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मेघालय के गृह मंत्री प्रेस्टोन टेनसांग ने इस हत्याकांड को "फुल प्रूफ" साजिश करार दिया है, जिसमें सोनम और राज कुशवाह ने तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स के साथ मिलकर राजा को रास्ते से हटाया। यह मामला अब न केवल एक हत्या की कहानी है, बल्कि प्रेम, विश्वासघात और सुनियोजित अपराध की एक जटिल दास्तान बन चुका है।

हनीमून की आड़ में रची गई साजिश

राजा रघुवंशी (29) और सोनम रघुवंशी (25) की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में धूमधाम से हुई थी। परिवार और दोस्तों के लिए यह एक खुशी का मौका था, लेकिन किसी को नहीं पता था कि यह शादी महज 12 दिनों में एक भयानक त्रासदी में बदल जाएगी। शादी के नौ दिन बाद, 20 मई को, यह नवविवाहित जोड़ा हनीमून के लिए मेघालय के शिलॉन्ग रवाना हुआ। दोनों ने गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर के दर्शन किए और 22 मई को शिलॉन्ग पहुंचे। लेकिन 23 मई को, शिलॉन्ग के सोहरा (चेरापूंजी) क्षेत्र में, राजा की हत्या कर दी गई, और सोनम लापता हो गई।

2 जून को वेईसावडॉन्ग झरने के पास एक गहरी खाई में राजा का शव मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर धारदार हथियार (दाओ) से दो बार प्रहार के निशान मिले, जिससे हत्या की पुष्टि हुई। शुरुआत में सोनम को भी लापता माना गया, और दोनों परिवारों ने सीबीआई जांच की मांग की। लेकिन 9 जून को सोनम ने गाजीपुर के एक ढाबे पर खुद को सरेंडर कर दिया, जिसने इस मामले को नया मोड़ दे दिया।

सोनम की साजिश और 25 मई का इंदौर दौरा

मेघालय पुलिस की जांच में सनसनीखेज खुलासा हुआ कि सोनम न केवल हत्या में शामिल थी, बल्कि उसने इसे अपने कथित प्रेमी राज कुशवाह (20) के साथ मिलकर अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक, हत्या के बाद सोनम 23 मई को शिलॉन्ग से गुवाहाटी पहुंची और वहां से 25 मई को सिलीगुड़ी के रास्ते ट्रेन से इंदौर आई। इंदौर में उसने राज कुशवाह से मुलाकात की और कुछ समय उसके किराए के कमरे में ठहरी। पुलिस को सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स (CDR), और ट्रेवल रिकॉर्ड्स से सोनम की इस मूवमेंट का पता चला।

सोनम ने पूरे सफर के दौरान अपनी पहचान छिपाने की कोशिश की। उसने कई बार फोन बंद रखा और सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट नहीं किया, ताकि किसी को शक न हो। इंदौर में राज कुशवाह के साथ मुलाकात के बाद, वह एक निजी ड्राइवर की मदद से वाराणसी पहुंची और फिर गाजीपुर गई। पुलिस का मानना है कि सोनम गाजी से गोरखपुर होते हुए नेपाल भागने की फिराक में थी, लेकिन राज कुशवाह की गिरफ्तारी की खबर ने उसका प्लान बिगाड़ दिया।

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राज कुशवाह: साजिश का मास्टरमाइंड जो शिलॉन्ग नहीं गया

राज कुशवाह, जो सोनम के पिता देवी सिंह रघुवंशी की प्लाइवुड फैक्ट्री में मैनेजर था, इस साजिश का दूसरा प्रमुख किरदार है। सोनम फैक्ट्री में एचआर हेड के तौर पर काम करती थी, और यहीं दोनों की मुलाकात हुई थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे, जो शादी से पहले से चले आ रहे थे। पुलिस के मुताबिक, सोनम ने परिवार के दबाव में राजा से शादी की, लेकिन वह राज कुशवाह के संपर्क में बनी रही।

गृह मंत्री प्रेस्टोन टेनसांग ने खुलासा किया कि राज कुशवाह ने शिलॉन्ग नहीं जाने का फैसला लिया, ताकि साजिश पर कोई शक न हो। उसने इंदौर से ही तीन कॉन्ट्रैक्ट किलर्स-विशाल चौहान (22), आकाश राजपूत (19), और आनंद कुर्मी (21)-को हायर किया। इन तीनों को 50,000 रुपये और एक मोबाइल फोन दिए गए। वे ट्रेन और सड़क के रास्ते शिलॉन्ग पहुंचे और सोनम की लोकेशन के आधार पर राजा की रेकी की।

राज कुशवाह की साजिश की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि वह राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। 4 जून को जब राजा का शव इंदौर लाया गया, तो राज ने सोनम के मायके के पास रहने वालों को अपनी गाड़ी में अंतिम संस्कार स्थल तक पहुंचाया। एक चश्मदीद ने बताया, "मैं जिस गाड़ी में गया, उसे राज कुशवाह चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद उसका फोटो देखकर मुझे याद आया।"

हत्या का अंजाम: सुनियोजित हमला

23 मई को शिलॉन्ग के मावलखियात में सोनम और राजा एक किराए की स्कूटी पर घूम रहे थे। सोनम ने जानबूझकर राजा को सुनसान रास्ते पर ले जाया। वह लगातार अपनी लोकेशन राज कुशवाह को शेयर कर रही थी, जो फोन पर हत्या की हर डिटेल ले रहा था। पुलिस के मुताबिक, विशाल चौहान ने राजा के सिर पर पीछे से दाओ (स्थानीय धारदार हथियार) से हमला किया। सोनम ने चीखकर कहा, "मार डालो इसे।" आकाश राजपूत ने किराए की बाइक से आसपास निगरानी की, ताकि कोई गवाह न आए।

हत्या के बाद राजा की सोने की चेन, अंगूठी, कंगन, और वॉलेट गायब थे। उनकी स्कूटी 25 किलोमीटर दूर लावारिस हालत में मिली। पुलिस ने घटनास्थल से खून से सना दाओ, एक सफेद शर्ट, टूटी मोबाइल स्क्रीन, और सोनम का रेनकोट बरामद किया, जिसे उसने आकाश को दिया था। सीसीटीवी फुटेज में सोनम हत्या के बाद 10 किलोमीटर दूर तीनों आरोपियों के साथ बातचीत करती दिखी।

साजिश और आरोपी

पुलिस के मुताबिक, सोनम ने अपने प्रेमी राज कुशवाह के साथ मिलकर राजा की हत्या की साजिश रची। राज ने चार कॉन्ट्रैक्ट किलर्स-विशाल, आकाश, और आनंद-को 50,000 रुपये की सुपारी दी। विशाल ने राजा पर पहला वार किया। सोनम ने फोटोशूट के बहाने राजा को सुनसान जगह पर ले जाया और हत्या के दौरान कथित तौर पर कहा, "मार डालो इसे।"

पुलिस ने विशाल के घर से हत्या के दौरान पहने गए कपड़े जब्त किए। हत्या में इस्तेमाल दाओ गुवाहाटी से ऑनलाइन मंगाया गया था।

परिवार और जनता का गुस्सा

राजा के भाई विपिन ने कहा, "सोनम राज कुशवाह के गृहनगर गाजीपुर में मिली। वह बेगुनाह नहीं है।" राजा की मां उमा ने सोनम को मौत की सजा की मांग की। इंदौर एयरपोर्ट पर हुई घटना से जनता का गुस्सा साफ जाहिर होता है।

सोनम के पिता देवी सिंह ने शुरू में सीबीआई जांच की मांग की थी, लेकिन अब चुप्पी साध ली है।

पुलिस की कार्रवाई

मेघालय पुलिस ने 'ऑपरेशन हनीमून' के तहत इस साजिश का पर्दाफाश किया। डीजीपी आई नोंगरंग ने इसे सुनियोजित सुपारी किलिंग बताया। पुलिस अब घटनास्थल पर सीन रीक्रिएट करेगी और यह जांच करेगी कि क्या कोई और इस साजिश में शामिल था।









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