8 साल बाद शुरू होगा स्काईवाक का काम,स्काईवाक का 60 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा

8 साल बाद शुरू होगा स्काईवाक का काम,स्काईवाक का 60 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा

 

रायपुर: राजधानी के शास्त्री चौक से जयस्तंभ चौक होते हुए आंबेडकर अस्पताल तक प्रस्तावित स्काईवाक (फुट ओवरब्रिज) का अधूरा निर्माण कार्य अब इस सप्ताह से फिर शुरू होगा। लोक निर्माण विभाग ने पीएसएए कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को इसका ठेका दिया है। एजेंसी के साथ अनुबंध हो चुका है और कार्यादेश भी जारी कर दिया गया है। अधूरे स्काईवाक को पूरा करने के लिए 37.75 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

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विभाग के अनुसार सबसे पहले शास्त्री चौक पर रोटरी सहित उपयोगी हिस्सों का निर्माण होगा। ठेकेदार को तय समय सीमा में कार्य पूरा करना होगा। निर्माण कार्य पूर्व स्वीकृत ड्राइंग-डिजाइन के अनुसार किया जाएगा और गुणवत्ता मानकों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा।

चित्रकारी भी धुंधली, पिलर की सजावट मिटने लगी

निर्माण के दौरान स्काईवाक के पिलरों को सुंदर बनाने के लिए की गई पेंटिंग और चित्रकारी भी अब खराब हो चुकी है। रंग उड़ने लगे हैं और जगह-जगह सीलन व धूल जमी है। फाइबर के छज्जे कई जगह से टूटकर उड़ गए हैं। पाथवे की सुरक्षा के लिए जो एल्यूमिनियम की मोटी चादरें लगाई गई थीं, वे भी कई जगह से गिर चुकी हैं।

‌महत्वपूर्ण बिंदु-

  • नई ठेका- कंपनी पीएसएए कंस्ट्रक्शन, रायपुर
  • कार्य की लागत- 37,75,70,662 रुपये
  • कार्य की जिम्मेदारी- अधूरा निर्माण कार्य पूर्ण करना
  • प्रोजेक्ट स्थिति- आठ साल से अधूरा

अब तक 50 करोड़ रुपये खर्च

बता दें कि स्काईवाक का करीब 60 प्रतिशत स्ट्रक्चर तैयार हो चुका है, जिस पर अब तक 50 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। शेष 40 प्रतिशत कार्य अब पूर्ण कराया जाएगा। विभागीय मापदंडों के तहत कार्य की निगरानी होगी और किसी भी स्थिति में निर्माण कार्य सबलेट नहीं किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग ने गुणवत्ता पर विशेष जोर देने की बात कही है। परियोजना न सिर्फ अधूरी है बल्कि तेज़ आंधी-बारिश के चलते जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। इसकी हालत अब इतनी खराब हो चुकी है कि जनसुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

जर्जर हिस्से की मरम्मत से शुरू होगा काम

पीडब्ल्यूडी के मुताबिक ठेका कंपनी को स्काईवाक का अधूरा निर्माण कार्य शुरू करने से पहले जर्जर हो चुके हिस्सों की मरम्मत करनी होगी, जिसके लिए अतिरिक्त लागत और समय की ज़रूरत होगी। संभावना है कि मरम्मत कार्य में भी करोड़ों खर्च हो सकते हैं।

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इस संबंध में जानकारी देते हुए पीडब्ल्यूडी के मूख्य ब्रिज अभियंता, एसके कोरी ने बताया कि निविदा प्रकि्रया पूरी हो चुकी है। कंपनी को वर्कआर्डर दे दिया गया है। जल्द ही निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य पूर्व स्वीकृत ड्राइंग-डिजाइन के अनुसार किया जाएगा









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