नई दिल्ली : महिलाओं को हर महीने पीरियड्स आते हैं। पीरियड्स होने से पहले शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। इसे पीरियड्स क्रैम्पस भी कहा जाता है। इस दौरान पेट में ऐंठन, मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन महसूस होना आम बात है। कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जिन्हें पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होती है। ऐसे में किसी का भी तनाव में आना स्वाभाविक है।
क्या आपने कभी ये सोचा है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं को स्किन से भी जुड़ी कई दिक्कतें हो सकती हैं? दरअसल, इस दौरान महिलाओं को ड्राई स्किन के साथ-साथ पिंपल्स की समस्या भी हो जाती है। इसका कारण हार्मोनल इंबैलेंस है। स्किन एक्सपर्ट डॉ. गीतिका मित्तल गुप्ता ने स्किन से जुड़ी दिक्कतों से उबरने के टिप्स दिए हैं। उन्होंने बताया है कि इसके पीछे एक साइंटिफिक रीजन होता है।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी – दवा ,दारू दोनों में भ्रष्टाचार का नशा
उनका मानना है कि अगर हम पीरियड के हर फेज में अपनी स्किन की केयर जरूरत के हिसाब से करें, तो कुछ दिक्कतों से काफी हद तक राहत मिल सकती है। आइए Menstrual Cycle के 4 अलग-अलग फेज और उनकी स्किन केयर टिप्स के बारे में जानते हैं विस्तार से-
मेंस्ट्रुअल फेज (दिन 1 से 5 तक)
इस फेज में शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा सबसे कम हो जाती है। इस कारण हमारी स्किन ड्राई, बेजान और डल महसूस होने लगती है। ऐसे में आपको ड्राईनेस या पपड़ी जैसी फीलिंग आ सकती है। इससे बचने के लिए क्रीम बेस्ड जेंटल क्लींजर से चेहरा साफ करें। हाइड्रेटिंग सीरम जैसे हायलूरोनिक एसिड लगाएं। वहीं मॉइस्चर लॉक करने वाली क्रीम लगाना न भूलें।
फॉलिक्युलर फेज (दिन 6 से 14 तक)
अब एस्ट्रोजन धीरे-धीरे बढ़ता है, जिससे स्किन ग्लो करने लगती है और फ्रेश दिखती है। ये स्किन के लिए सबसे अच्छा समय होता है। ऐसे में आपको हल्के स्क्रब से एक्सफोलिएशन शुरू कर देना चाहिए। विटामिन C का इस्तेमाल करें जिससे चेहरे पर नेचुरल चमक आए। वहीं फेशियल या ब्राइटनिंग मास्क लगाने का ये सही समय होता है।
ओव्युलेशन फेज (दिन 14 से 17 तक)
इस समय शरीर की एनर्जी और स्किन का ग्लो अपने पीक पर होता है, लेकिन साथ ही स्किन ज्यादा ऑयली भी हो सकती है। ऑयली स्किन से बचने के लिए जेल बेस्ड फेसवॉश का इस्तेमाल करना सही रहेगा। इससे ऑयलीनेस भी खत्म होगी। आप क्ले मास्क लगा सकती हैं ताकि पोर्स साफ रहें। या फिर हल्की और नॉन-कॉमेडोजेनिक सनस्क्रीन लगाएं।
ये भी पढ़े : कोचिंग पर छात्रों की निर्भरता की जांच के लिए केंद्र ने बनाई समिति
ल्यूटल फेज (दिन 18 से 28 तक)
अब शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन बढ़ने लगता है, जिससे स्किन और भी ऑयली हो जाती है और ब्रेकआउट्स यानी पिंपल्स का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप चाहती हैं कि चेहरे पर पिंपल्स न आए तो सैलिसिलिक एसिड वाला फेसवॉश लगाना शुरू कर दें। इससे ऑयली स्किन की समस्या से राहत मिलेगी। पिंपल्स दिखते ही स्पॉट ट्रीटमेंट शुरू करें। नायसिनेमाइड या सिका-बेस्ड क्रीम लगाएं जिससे सूजन कम करने में मदद मिलेगी।
Comments