रायपुर : छत्तीसगढ़ के चीफ सिकरेट्री अमिताभ जैन सबसे लंबे कार्यकाल का कीर्तिमान बनाकर आज से सातवे दिन रिटायर हो जाएंगे। कार्यदिवस की दृष्टि से देखें तो उनके रिटायरमेंट में अब चार दिन ही बच गया है। मंगल, बुध, गुरू और शुक्र। शनिवार, रविवार अवकाश है। और सोमवार 30 जून के दोपहर तक नए प्रशासनिक मुखिया के नाम का ऐलान हो जाएगा।
अमिताभ जैन 30 जून को रिटायर होने के साथ ही छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक समय तक मुख्य सचिव रहने का रिकार्ड बनाएंगे। राज्य बनने के 25 साल में कोई भी मुख्य सचिव इतने लंबे समय तक इस पद पर नहीं रहा। यहां तक कि फोर ईयर क्लब में भी शामिल नहीं हो पाया। विवेक ढांड तीन साल 11 महीने 20 दिन में वीआरएस ले लिए थे। या वीआरएस लेने के लिए कह दिया गया था।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी – दवा ,दारू दोनों में भ्रष्टाचार का नशा
अमिताभ को एक्सटेंशन
नए मुख्य सचिव की अटकलों के साथ हवा में बातें अमिताभ जैन के एक्सटेंशन की भी चल रही है। कुछ सोशल मीडिया ने भी इसमें पंख लगा दिया। मगर चार साल सात महीने के कार्यकाल के बाद एक्सटेंशन होता भी नहीं और इस बारे में कोई प्रस्ताव भारत सरकार को गया भी नहीं। लिहाजा, कुछ एक्सटेंशन की खबर का कोई सिर-पैर नहीं है।
सुब्रत-पिंगुआ में से कोई एक
वैसे तो मुख्य सचिव के लिए पांच अफसर पात्रता रखते हैं। रेणु पिल्ले से लेकर सुब्रत साहू, अमित अग्रवाल, ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ इस पद के स्वाभाविक दावेदार समझे जा रहे हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो राज्य स्तर पर दो ही नाम विचार में है। पहला 92 बैच के आईएएस सुब्रत साहू और दूसरे, 94 बैच के मनोज पिंगुआ। प्रधानमंत्री कार्यालय से अगर ऐन वक्त पर कोई नाम नहीं आया तो इन दो से ही किसी एक का नाम फायनल होगा। ब्यूरोक्रेसी की समझ रखने वाले लोगों का इशारा है कि सुब्रत और पिंगुआ में से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पैरामीटर में जो फिट बैठेगा, वह अगला मुख्य सचिव होगा। पैरामीटर का मतलब है कि सरकार इन दोनों से जिसके साथ कंफर्ट रहेगी, उसके नाम पर मुहर लगा देगी। एनपीजी न्यूज के हिसाब से ये दो नाम सबसे उपर है। अब इनमें से सरकार के लिए कौन कंफर्टेबल होगा, आप भी सोचिए।
ये भी पढ़े : वन विभाग की उड़नदस्ता दल और विशेष टीम की बड़ी कार्रवाई, 5 लाख की अवैध सागौन चिरान जब्त
कौन हैं सुब्रत साहू
1992 बैच के आईएएस अधिकारी सुब्रत साहू इस समय सीनियरिटी में तीसरे नंबर पर हैं। वे प्रशासन अकादमी के डायरेक्टर जनरल हैं। धमतरी और सरगुजा के कलेक्टर रह चुके सुब्रत साहू अधिकांश विभागों के सचिव रह चुके हैं। उनके पिता ओड़िसा के चीफ सिकरेट्री रहे। पिछली कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एडिशनल चीफ सिकरेट्री रहने की वजह से इस सरकार में वे अभी हांसिये पर चल रहे हैं। डेढ़ साल में उनके पास कोई ढंग का विभाग नहीं मिला। जबकि, पिछली सरकार में वे आवास पर्यावरण से लेकर पीडब्लूडी, उर्जा, पीएचई जैसे कई विभागों के प्रमुख रहे।
कौन हैं मनोज पिंगुआ
1994 बैच के मनोज पिंगुआ इस समय एसीएस होम हैं। वे जांजगीर और सरगुजा के कलेक्टर रह चुके हैं। कई साल तक भारत सरकार में भी पोस्टेड रहे। मनोज पिंगुआ स्वास्थ्य और फॉरेस्ट जैसे विभाग संभाल चुके हैं। वे सुब्रत साहू से दो बैच जूनियर हैं। मनोज पिंगुआ की सबसे बड़ी यूएसपी साफ-सुथरी छबि है।
Comments