राज्य सरकार की तरफ से रिटायरमेंट की उम्र सीमा 65 साल करने का ऐलान कर दिया है सरकार की तरफ से यह आदेश एक विभाग के अंदर लागू होगा लेकिन आदेश लागू नहीं हो पा रहा है जिसके लिए सभी को अभी इंतजार करना पड़ रहा है।
मध्य प्रदेश में आयुर्वेद और आयुष कॉलेज के प्रोफेसर और डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र सीमा अब 65 साल कर दी गई है पहले यह उम्र सीमा 62 साल रखी गई थी हालांकि इस आदेश को लागू करने में 7 महीने लग चुके हैं इस दौरान करीब 20 आयुष डॉक्टर रिटायरमेंट हो चुके हैं और कुछ का रिटायरमेंट अभी नजदीक है।
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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पिछले साल धनवत्री जयंती के मौके पर जनवरी 2025 में आयुर्वेद महापर्व के मौके पर घोषणा की इस साल अब आगे से आयुष डॉक्टर 65 साल तक अपना रिटायरमेंट लेंगे और अपनी सेवाएं 65 साल तक दे सकेंगे लेकिन वित्तीय अर्चना के कारण यह आदेश अब तक लागू नहीं हो सका है।
प्रदेश में आयुर्वेद कॉलेज में करीब 2000 डॉक्टर वर्तमान में कार्यरत है लेकिन इन डॉक्टरों की संख्या पहले ही काम है आयुर्वेद अस्पताल और कॉलेज में डॉक्टर की कमी बनी हुई है मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि जल्द ही वित्तीय अड़चनें दूर की जाएगी ताकि डॉक्टर को रिटायरमेंट के लिए 65 साल तक का समय मिल सके।
प्रदेश के अंदर वर्तमान में 18 से 20 आयुष डॉक्टर रिटायरमेंट हो रखे हैं उनकी उम्र सीमा रिटायरमेंट की 65 साल करने से आयुष डॉक्टर के अनुभव का फायदा मरीजों को मिलेगा आयुष डॉक्टर के उम्र सीमा बढ़ाने संबंधित मुख्यमंत्री के आदेश की प्रक्रिया जल्दी तेजी से चल रही है ताकि से लागू किया जा सकेगा।
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