गोपाल खेमका हत्याकांड की जांच कर रही पटना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने गोपाल खेमका के हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पटना सिटी का रहने वाला है और उसका नाम उमेश है। बताया जा रहा है कि उमेश ने ही गोपाल खेमका पर गोलीबारी की थी। इससे गोपाल की मौत हो गई। शुक्रवार (4 जुलाई) को कारोबारी गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था। गोपाल खेमका की हत्या के लिए एक शूटर को सुपारी दी गई थी। शूटर पहले से घात लगाए गोपाल खेमका के घर के पास मौजूद था और जैसे ही वह घर के पास पहुंचे, वैसे ही उन पर गोलीबारी कर शूटर फरार हो गया था।
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20 दिसंबर 2018 को हाजीपुर इंडस्ट्र्रियल एरिया में गोपाल खेमका के बेटे की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लगभग सात साल बाद उसी अंदाज में पिता की भी हत्या हुई तो बवाल मच गया था। घटना के बाद काफी देर तक पुलिस नहीं पहुंची थी। इससे पुलिस प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगे थे।
कैसे हुई हत्या?
सूत्रों के अनुसार गोपाल खेमका की हत्या के पहले उनके आवास से करीब 500 मीटर दूर दलदली में एक चाय की दुकान पर शूटर और दो लाइनर जमा हुए। तीनों ने इसी दुकान पर चाय पी और उसके बाद एक शूटर गोपाल खेमका के आवास के पास पहुंच गया। इनमें से एक लाइनर बांकीपुर क्लब पहुंचा और दूसरा आवास के 500 मीटर दूर बिस्कोमान के आसपास था। जैसे ही खेमका अपने आवास के गेट पर पहुंचे, तभी शूटर ने उन्हें गोली मार दी। गोपाल खेमका को गोली मारने के बाद शूटर जेपी गोलंबर से बिस्कोमान होते हुए जेपी गंगा पथ फिर जेपी सेतु के रास्ते सोनपुर की तरफ भाग गया।
डीजीपी का बयान
डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि यह मामला जटिल है और अननोन कांड है। इसमें स्पष्ट क्लू नहीं मिल रहा है, इसलिए काफी स्रोतों से खुलासा करने का काम किया जा रहा है। हम बतौर DGP इसे चुनौती के तौर पर ले रहे हैं। मुख्यमंत्री जी खुद काफी संवेदनशील हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद इस मामले से संबंधित दिशा-निर्देश दे रहे हैं और पूरे मामले की मॉनीटिरिंग कर रहे हैं।
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