ED की रेड पर प्रदेश में सियासत तेज :  भाजपा पर विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप

ED की रेड पर प्रदेश में सियासत तेज : भाजपा पर विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप

रायपुर :  छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास में शुक्रवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय ( ईडी ) की टीम ने दबिश दी। जिसको लेकर अब प्रदेश में सियासी पारा चढ़ता हुआ नजर आ रहा है। मामले में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलेट ने भाजपा पर विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है साथ ही सरकारी एजेंसियों के दुरूपयोग करने की बात कही है।

कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट का ट्वीट कर लिखा- पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर पर ED की टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे यह सवाल उठना स्वाभाविक है। क्या जनप्रतिनिधियों की आवाज दबाने केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग किया जा रहा है? विपक्ष का कर्तव्य है सरकार से जवाब मांगना।छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार की विफलताओं और सत्ता के दुरुपयोग पर सवाल पूछने पर हमारे नेताओं को इस तरह लगातार निशाना बनाया जाना चिंताजनक है। 

ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - हम आपके हैं कौन बनते

जन्मदिन पर छापेमारी कर रही ईडी - बघेल
ईडी की दबिश के बाद पूर्व सीएम भूपेश बघेल का ट्वीट सामने आया है। लिखा- जन्मदिन का जैसा तोहफा मोदी और शाहजी देते हैं। वैसा दुनिया के किसी लोकतंत्र में कोई और दे नहीं सकता। मेरे जन्मदिन पर दोनों परम आदरणीय नेताओं ने मेरे सलाहकार और दो ओएसडी के घरों पर ईडी भेजी थी। अब मेरे बेटे चैतन्य के जन्मदिन पर मेरे घर पर ईडी की टीम छापामारी कर रही है। इन तोहफों का धन्यवाद रहेगा...

ईडी की अपनी जांच है - विजय शर्मा
ईडी की कार्रवाई पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा बयान भी सामने आया है। शर्मा बोले- ईडी का अपना मसला है, ईडी की अपनी जांच है। घोटाले का कॉन्सेप्ट अन्य राज्यों में भी पहुंचा है। शराब का घोटाला यहां हुआ था, यहां का पैसा अन्य जगहों पर भी पहुंचाया गया था। वैसे ही कुछ मामला हुआ होगा, इसलिए ईडी आई।

ये भी पढ़े : छत्तीसगढ़ अंजोर विज़न@2047...यह केवल दस्तावेज नहीं, संकल्प है, दिशा है, विकसित छत्तीसगढ़ की नींव है : CM साय 

राहुल गाँधी के बयान पर किया पलटवार
विजय शर्मा ने राहुल गांधी के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा- देश के संस्थानों के बारे में ऐसे बयान देने से देश का तंत्र कमजोर होता है। वह दिन याद कर लें, जब इलेक्शन कमीशन से क्या-क्या काम करवाए गए। वह दिन याद कर लें , 1975 में जब आपातकाल लगा था, किस आधार पर कोई जानता भी नहीं था। इलेक्शन कमीशन की बात कर रहे हैं। चुनाव आयोग आज संवैधानिक तौर पर स्वतंत्र है।






You can share this post!


Click the button below to join us / हमसे जुड़ने के लिए नीचें दिए लिंक को क्लीक करे


Related News



Comments

  • No Comments...

Leave Comments