मोतिहारी: पीएम मोदी आज बिहार के मोतिहारी जिले के दौरे पर आए। यहां मोतिहारी में उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने बिहार को कई सौगातें भी दीं। बिहार चुनाव से पहले पीएम मोदी का यह दौरा अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी ने भोजपुरी में संबोधन को शुरू करते हुए कहा, "सावन के इ पवित्र माह में हम बाबा सोमेश्वर नाथ के चरण में प्रणाम करत बानी। आ उनका से हम आशीर्वाद मांगतानी की संपूर्ण बिहारवासियों के जीवन में सुख शुभ होखे।" पीएम मोदी ने कहा कि "चंपारण की धरती ने इतिहास बनाया है। आजादी की लड़ाई में इस धरती ने गांधी जी को नई दिशा दिखाई, अब इसी धरती की प्रेरणा बिहार का नया भविष्य बनाएगी।"
बिहार से बदला ले रही थी आरजेडी-कांग्रेस की सरकार
पीएम मोदी ने कहा, "पूरब के देश विकास की नई रफ्तार पकड़ रहे हैं। जैसे दुनिया में पूर्वी देश विकास में आगे जा रहे हैं, वही दौर हमारे देश में पूर्वी राज्यों का है। जैसे पश्चिम में मुंबई है वैसे ही पूरब में मोतिहारी का नाम होगा, जैसे पश्चिम में गुरुग्राम है वैसा अवसर गयाजी में हो, पुणे की तरह पटना में विकास हो, बेंगलुरु की तरह बीरभूम के लोग आगे बढ़ें। पूर्वी भारत को आगे बढ़ाने के लिए हमें बिहार को विकसित बिहार बनाना है। आज बिहार में इतनी तेजी से काम इसलिए हो रहा है, क्योंकि केंद्र और राज्य में बिहार के लिए काम करने वाली सरकार है। मैं आपको एक आंकड़ा देता हूं, जब केंद्र में कांग्रेस और आरजेडी की सरकार थी तो यूपीए के दस साल में बिहार को सिर्फ 2 लाख करोड़ रुपये के आस-पास मिले, यानी नीतीश जी की सरकार से ये लोग बदला ले रहे थे। बिहार से बदला ले रहे थे। 2014 में केंद्र में आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, जिसके बाद मैंने बिहार से बदला लेने वाली उस पुरानी राजनीति को समाप्त कर दिया। पिछले 10 साल में बिहार के विकास के लिए जो राशि दी गई है, वो पहले से कितना गुणा ज्यादा है उसका आंकड़ा अभी सम्राट चौधरी जी बता रहे थे। कांग्रेस और आरजेडी के मुकाबले कई गुणा ज्यादा पैसा बिहार को हमारी सरकार देती है। ये पैसा बिहार में जनकल्याण में काम आ रहा है।"
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"आरजेडी और कांग्रेस के राज में विकास पर ब्रेक था"
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, "आज की पीढ़ी को जानना जरूरी है कि बिहार दो दशकों पहले किस तरह हताशा में डूबा हुआ था। आरजेडी और कांग्रेस के राज में विकास पर ब्रेक था। गरीब का पैसा गरीब तक पहुंचना असंभव था। शासन में बैठे लोगों की यही सोच थी कि कैसे गरीब का पैसा लूट लें। लेकिन बिहार असंभव को भी संभव बनाने वाले वीरों की धरती है। आपने इस धरती को आरजेडी और कांग्रेस की बेड़ियों से मुक्त किया। उसी का परिणाम है कि आज बिहार में गरीब कल्याण की योजनाएं सीधे गरीबों तक पहुंच रही हैं। पिछले 11 सालों में पीएम आवास योजना के तहत देश में गरीबों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा घर बनाए गए हैं। इनमें से 60 लाख घर अकेले बिहार में गरीबों के लिए बनाए गए। यानी नार्वे, न्यूजीलैंड और सिंगापुर की जितनी कुल आबादी है, उससे ज्यादा हमने अकेले बिहार में गरीबों को घर दिए हैं। हमारे अकेले मोतिहारी जिले में 3 लाख के करीब गरीब परिवारों को पक्के घर मिले हैं और ये गिनती लगातार तेजी से आगे बढ़ रही है। आज भी 12000 से ज्यादा परिवारों को पक्के घर में जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। 40000 परिवारों को पक्के घर बनाने के लिए उनके खाते में सीधे पैसे भेजे गए हैं। आरजेडी और कांग्रेस के राज में गरीब को ऐसे पक्के घर मिलना असंभव था। उनके राज में लोग अपने घरों में रंग-रोगन तक नहीं करवाते थे। वो डरते थे कि अगर रंग-रोगन हो गया तो मकान मालिक को ही उठवा लिया जाएगा।"
"बिहार की बड़ी ताकत हैं महिलाएं"
महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, "आज बिहार आगे बढ़ रहा है। इसके पीछे सबसे बड़ी ताकत बिहार की माताओं-बहनों की है। लाखों बहनें हमें आशीर्वाद दे रही हैं। एनडीए द्वारा उठाए जा रहे एक-एक कदम का महत्व यहां की माताएं-बहनें अच्छे से समझती हैं। याद कीजिए कि जब आपके पास 10 रुपये भी हों तो छिपाकर रखना पड़ता था। ना कोई खाता होता था, ना बैंकों में घुसने दिया जाता था। गरीब का स्वाभिमान क्या होता है, ये मोदी जानता है। मोदी ने बैंकों से कहा कि गरीबों के लिए दरवाजे क्यों नहीं खुलेंगे और फिर मैंने जन धन खाते खुलवाए। इसके बाद हमने सरकारी योजनाओं का पैसा सीधा इन खातों में भेजना शुरू किया। मेरे मित्र नीतीश जी घोषणा भी कर रहे थे कि वृद्ध, दिव्यांग और विधवा माताओं की पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये करने जा रहे हैं। ये सभी रुपये सीधे आपके खाते में जाएंगे। बिहार में लखपति दीदियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। देश में हमने तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें से डेढ़ करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं और बिहार में भी 20 लाख से ज्यादा महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। आज यहां 400 करोड़ रुपये का सामुदायिक निवेश फंड भी जारी किया गया है। ये पैसा भी नारी शक्ति को बढ़ाने में काम आएगा। नीतीश जी ने जो जीविका दीदी योजना चलाई है, उसने लाखों महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का रास्ता बना दिया है।"
"बिहार आगे बढ़ेगा तभी देश आगे बढ़ेगा"
पीएम मोदी ने कहा, "हमारा विजन है, जब बिहार आगे बढ़ेगा तभी देश आगे बढ़ेगा। हमारा संकल्प है समृद्ध बिहार, हर युवा को रोजगार। बिहार के नौजवानों को बिहार में ही रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके मिले, इसके लिए बीते वर्षों में यहां तेजी से काम हुआ है। नीतीश जी ने अभी बिहार के नौजवानों को रोजगार के लिए भी नए निश्चय लिए हैं। केंद्र सरकार कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दे रही है। बिहार में स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए मुद्रा योजना को और गति दी गई है। इसके तहत लाखों लोगों को लोन दिए गए हैं। आरजेडी के वो लोग आपको कभी रोजगार नहीं दे सकते। जो लोग रोजगार देने के नाम पर आपकी जमीनें अपने नाम लिखवा लेते हैं। एक ओर लालटेन का राज वाला बिहार था एक ओर नई रोशनी वाला बिहार है। ये सफर बिहार ने एनडीए के साथ चलकर पूरा किया है, इसलिए बिहार का संकल्प अटल एनडीए के साथ हरपल।"
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"नक्सलवाद पर करारा प्रहार"
नक्सलवाद को लेकर पीएम मोदी ने कहा, "बीते वर्षों में जिस तरह बिहार में नक्सलवाद पर प्रहार हुआ है, उसका लाभ युवाओं को मिला है। चंपारण, गयाजी, जमुई जैसे जिलों को वर्षों तक पीछे रखने वाला माओवाद आज अंतिम सांसें गिन रहा है। आज इन इलाकों के नौजवान बड़े सपने देख रहे हैं। हमारा संकल्प है कि हम भारत को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त करके रहेंगे। ये नया भारत है और अब भारत मां भारती के दुश्मनों को सजा देने के लिए सबकुछ एक कर देता है। बिहार की इसी धरती से मैं ऑपरेशन सिंदूर का संकल्प लिया था और आज उसकी सफलता पूरी दुनिया देख रही है। बिहार के पास न सामर्थ्य की कमी और न ही संसाधन की। आज बिहार के संसाधन बिहार की प्रगति का साधन बन रही हैं।
"किसानों के हित में हो रहे काम"
पीएम मोदी ने कहा, "एनडीए के शासन में मखाना की कीमतें बढ़ी हैं, हम मखाना बोर्ड का गठन कर रहे हैं। यहां केला, लीची, मगही आग और ऐसे कितने उत्पाद हैं जो बिहार के किसानों और युवाओं को दुनिया भर के मार्केट से जोड़ेंगे। किसानों के उत्पाद और उनकी आय को बढ़ाना हमारी प्राथमिकता है। अब तक करीब साढ़े तीन लाख रुपया किसानों को दिए गए हैं। यहां अकेले मोतिहारी में ही पांच लाख से ज्यादा किसानों को डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा मिले हैं। ना हम नारों तक अटकते हैं और ना हम वादों तक सिमटते हैं हम काम करके दिखाते हैं। जब हम पिछड़ों और अति पिछड़ों के लिए निरंतर काम करते हैं तो ये हमारी नीतियों और निर्णयों में भी नजर आता है।"
"जो पिछड़ा है, वो हमारी प्राथमिकता है"
पिछड़ों को लेकर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, "दशकों तक हमारे देश में 110 से ज्यादा जिलों को पिछड़ा कहकर छोड़ दिया गया था, हमनें इन जिलों को प्राथमिकता दी और पिछड़े जिले के बजाय उन्हें आकांक्षी जिला बनाकर उनका विकास किया। हमारे देश के सीमावर्ती गांवों को आखिरी गांव कहकर छोड़ दिया गया था। हमने इन आखिरी कहे जाने वाले गांवों को प्राथमिकता दी और व्याख्या ही बदल दी कि वो आखिरी नहीं बल्कि देश का पहला गांव है। दशकों तक ओबीसी कमीशन को संविधानिक दर्जा देने की मांग की जा रही थी, ये काम भी हमारी सरकार ने किया। आदिवासी समाज में भी सराकर ने सबसे पिछड़ों के लिए जन मन योजना चालू की। इसलिए जो पिछड़ा है वो हमारी प्राथमिकता है। दो दिन पहले ही केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना को मंजूरी दी है। इसके तहत कृषि के मामले में पिछड़े 100 जिलों को चुना जाएगा। ऐसे जिलों के किसानों को इस योजना के तहत मदद दी जाएगी। इसका सीधा लाभ देश के करीब पौने दो करोड़ किसानों को होगा और इसमें बहुत बड़ी संख्या बिहार के किसान भाई-बहनों की रहने वाली है।"
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