सुहेला : छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना डायल 102 महतारी एक्सप्रेस, जो मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवा का आधार मानी जाती है, अब खुद ही सवालों के घेरे में है। 17 जुलाई की रात करीब 9 बजे सुहेला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से छुट्टी पाने के बाद ग्राम खिलोरा निवासी डागेश्वरी साहू और उनके नवजात शिशु को जब घर भेजा जा रहा था, तब एक बड़ा हादसा सामने आया।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - हम आपके हैं कौन बनते
डायल 102 वाहन की डिक्की से मिली शराब की बोतलें
मिली जानकारी के अनुसार, डायल 102 वाहन का चालक नशे की हालत में था। अस्पताल से रवाना होते ही वाहन को पास के एक तालाब के पास रोककर चालक ने शराब पीना शुरू कर दिया। वाहन की डिक्की से शराब की बोतलें भी मिलीं, जिससे यह सिद्ध होता है कि चालक ड्यूटी के दौरान शराब के नशे में था। इसके चलते वाहन रुक-रुक कर चल रहा था, जिससे प्रसूता और नवजात की जान पर खतरा मंडराने लगा।
स्वास्थ्य केंद्र सुहेला के अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला
स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा जब इस पूरे मामले की सूचना कंट्रोल रूम और सीएचसी प्रशासन को दी गई। इसी दौरान एक वैकल्पिक वाहन भेजा गया। लेकिन दुर्भाग्यवश, यह वाहन घटनास्थल पर दो से ढाई घंटे की देरी से पहुंचा। इस दौरान प्रसूता और नवजात असहाय अवस्था में उसी वाहन में फंसे रहे। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुहेला के अधिकारियों ने जवाबदेही से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि डायल 102 हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।
ये भी पढ़े : नाबालिग को शादी का झांसा देकर अनाचार, आरोपी को हरियाणा से किया गिरफ्तार
Comments