एकादशी पर बन रहा भगवान विष्णु और शिव की कृपा पाने का अद्भुत संयोग, इस दिन जरूर जपें ये मंत्र

एकादशी पर बन रहा भगवान विष्णु और शिव की कृपा पाने का अद्भुत संयोग, इस दिन जरूर जपें ये मंत्र

सावन माह का दूसरा सोमवार 21 जुलाई को पड़ रहा है। सावन का सोमवार बेहद खास है। यह दिन भगवान शंकर को बेहद प्रिय है। इसी के साथ इसी दिन कामिका एकादशी भी पड़ रही है। ऐसे में सावन के सोमवार और कामिका एकादशी का अद्भुत संयोग बन रहा है। यह दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। धार्मिक मान्यता है कि सावन माह का हर एक सोमवार शिव को बेहद प्रिय है। वहीं, एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अति प्रिय है। ऐसे में यह दिन दोनों की कृपा पाने के लिए बेहद शुभ है।

पूजा के लिए शुभ मुहूर्त

वैदिक पंचांग के मुताबिक, 21 जुलाई को सर्वार्थ सिद्धि योग पूरे दिन रहेगा। साथ ही वृद्धि योग शाम 06.39 बजे तक रहेगा, जिसके बाद ध्रुव योग मान्य रहेगा। ऐसे में पूजा के लिए पूरा दिन शुभ माना जा रहा है। 

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ज्योतिषियों के मुताबिक इस दिन चंद्र, सूर्य और मंगल की भी विशेष युति बन रही है। ऐसे में इस दिन पूजा-अर्चना करने वालों को आर्थिक, रोग से मुक्ति और पारिवारिक सुखों की प्राप्ति होगी। यह दिन भगवान शिव और विष्णु के उपासकों के लिए बेहद खास साबित होगा।

पूजा के दौरान जपें ये मंत्र

भगवान शिव के मंत्र-

  • कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्। सदा वसन्तं हृदयारविन्दे भवं भवानीसहितं भजामि॥
  • शिवाय विष्णु रूपाय शिव रूपाय विष्णवे:
  • ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥

भगवान विष्णु के मंत्र-

  • शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं, विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम्। लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं, वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम्।
  • ॐ नमो भगवते वासुदेवाय:
  • ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्ध लक्ष्मी नारायण नमः
  • ॐ नारायण: विद्महे वासुदेवाय धीमहि, तन्नो नारायण: प्रचोदयात:

भगवान शिव और विष्णु के मंत्र

  • ॐ नमः शिवाय विष्णवे शिवाय विष्णुरूपिणे:
  • शिवाय विष्णु रूपाय शिव रूपाय विष्णवे। शिवस्य हृदयं विष्णुं विष्णोश्च हृदयं शिवः।।






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