भिलाई : जिले की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए पुलिस प्रशासन ने निगरानी के स्तर पर बड़ा कदम उठाया है। पूरे दुर्ग जिले को अब सीसीटीवी कैमरों के मजबूत जाल से जोड़ा जा रहा है, ताकि अपराधियों की हर गतिविधि पर चौकसी रखी जा सके।
बता दें कि इस दिशा में अब तक जिलेभर में 175 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं, जिन पर नजर रखने के लिए सेक्टर-छह कोतवाली थाने में आधुनिक कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। दूसरे चरण में इस योजना का और विस्तार किया जा रहा है। इस बार 642 अतिरिक्त कैमरे लगाए जाएंगे।
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इसके लिए पुलिस मुख्यालय और भिलाई इस्पात संयंत्र की ओर से कुल 9 करोड़ 73 लाख रुपये की राशि जारी की गई है। इस राशि से जिले के हर कोने को निगरानी के दायरे में लाया जाएगा।
2 करोड़ 10 लाख की पहली किश्त
पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा निगरानी की इस व्यवस्था को लागू करने के लिए पहले चरण में 2 करोड़ 10 लाख रुपये खर्च किए। इस राशि से शहर के मुख्य चौराहों, संवेदनशील स्थानों, ट्रैफिक प्वाइंट्स और भीड़भाड़ वाले इलाकों में कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से न केवल ट्रैफिक नियंत्रण में मदद मिल रही है, बल्कि आपराधिक घटनाओं पर तुरंत नजर रखने में भी सुविधा हो रही है।
कंट्रोल रूम बना निगरानी का कमांड सेंटर
कैमरों के संचालन व निगरानी के लिए स्मार्ट कमांड सेंटर सेक्टर-छह के कोतवाली थाने में बनाया गया है। यहां प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों की एक विशेष टीम 24 घंटे सभी कैमरों की लाइव फीड पर नजर रखेगी। किसी भी असामान्य गतिविधि की तुरंत जानकारी संबंधित थाने को दी जाएगी, जिससे त्वरित कार्रवाई संभव होगी।
अपराध पर लगेगा अंकुश, जनता में बढ़ेगा विश्वास
पुलिस विभाग का मानना है कि इस निगरानी व्यवस्था से न केवल अपराधों में कमी आएगी, बल्कि जनता का पुलिस पर विश्वास भी और मजबूत होगा। चोरी, छेड़छाड़, लूट जैसी घटनाओं में कैमरों से मिले फुटेज से अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी की प्रक्रिया तेज होगी।
पुलिस और बीएसपी की संयुक्त पहल
यह निगरानी परियोजना दुर्ग जिला पुलिस और भिलाई इस्पात संयंत्र के सहयोग से संभव हो रही है। बीएसपी द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर दी गई आर्थिक सहायता से यह योजना व्यापक रूप में लागू की जा रही है। पुलिस मुख्यालय ने भी इस दिशा में विशेष रुचि लेते हुए आवश्यक संसाधन प्रदान किए हैं।
स्मार्ट सिटी की ओर एक और कदम
सीसीटीवी कैमरों का यह विस्तृत नेटवर्क दुर्ग को स्मार्ट और सुरक्षित शहर की दिशा में अग्रसर कर रहा है। हर आने-जाने वाले वाहन, हर संदिग्ध गतिविधि, हर सार्वजनिक स्थल अब पुलिस की नजर में रहेगा। यह सिस्टम जहां अपराधियों के लिए खतरे की घंटी साबित होगा। वहीं आम नागरिकों के लिए सुरक्षा की ढाल बनेगी। दुर्ग जिले में सीसीटीवी कैमरों के जरिए बनाए जा रहे इस सुरक्षा कवच से न केवल अपराध पर लगाम लगेगी, बल्कि पुलिसिंग की पारदर्शिता और कुशलता भी बढ़ेगी।
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817 कैमरों की मजबूत सुरक्षा दीवार तैयार
पहले से लगे 175 कैमरों के साथ जब नए 642 कैमरे भी स्थापित हो जाएंगे, तब जिले में कुल 817 सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क तैयार हो जाएगा। यह नेटवर्क अपराध नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन, कानून व्यवस्था बनाए रखने और आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
जिलेभर में लगाए जा रहे सभी कैमरों को इस तरह रणनीतिक रूप से स्थापित किया जा रहा है कि दुर्ग का हर चप्पा पुलिस की सीधी निगरानी में आ जाए। यह परियोजना अपराध नियंत्रण और जन सुरक्षा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसे प्राथमिकता देते हुए तेजी से पूरा किया जा रहा है, ताकि किसी भी आपराधिक गतिविधि या आपात स्थिति पर तत्काल कार्रवाई संभव हो सके। यह निगरानी तंत्र जिले को स्मार्ट और सुरक्षित बनाने की दिशा में अहम कदम है।
-विजय अग्रवाल एसएसपी दुर्ग
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