छुरिया : छत्तीसगढ़ राज्य में अभी यूरिया खाद की कमी के चलते खाद की जमकर कालाबाजारी होने की शिकायतें रोज देखने सुनने मिल रही है। जहां एक और खाद की कमी है तो फिर अवैध खाद की बिक्री और छापेमारी की कार्यवाही क्यों करवा रही है सरकार किसानों के समझ से परे है।
समय पर यूरिया खाद न मिल पाने से खेती में होने वाले नुकसान को देखते हुये सरकार की असफलता के खिलाफ आज किसानों के सब्र का बांध टूट गया और सुबह 7 बजे से ही खोभा और आसपास के ग्राम के हजारों किसान एक साथ खोभा सोसायटी पहुंच कर खाद के लिये लाईन में खड़े हो गये और खाद की मांग करने लगे हैं।
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सोसायटी प्रबंधक खोभा - ग्राम खोभा के सोसायटी प्रबंधक का कहना है कि हमारे द्वारा किसानों को आज खाद वितरण होगी एैसी किसी भी प्रकार की कोई सूचना नहीं दी है ग्राम के किसान स्वतः ही अपना किसान कार्ड लेकर सोसायटी में पहुंच गये है। हमारे सोसायटी में शुक्रवार को खाद की 400 बोरी यूरिया आई है लेकिन ऊपर से कोई आदेश नहीं मिला है इसलिये हम आज किसी भी किसान को खाद नहीं दे रहे हैं।
क्या कहते हैं सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष- सेवा सहकारी समिति खोभा के अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा कि यूरिया एवं अन्य आवश्यक खाद की कमी कृषि कार्य प्रारंभ होने के समय से ही कमी है हमने अपने उच्च अधिकारियों को इससे अवगत कराया है इसी तारतम्य में हमनें जिला सहकारी बैक के अध्यक्ष सचिन बघेल से भी बात की उन्होंने आश्वासन दिया है कि एक दो दिन में दो ट्रक यूरिया खाद खोभा पहुंच जायेगी। उसके बाद ही हम सभी किसानों को खाद वितरण कर पायेंगे क्योंकि 400 बोरी खाद बहुत ही कम है हम इसलिये किसी भी किसान को खाद वितरण नहीं कर पा रहे हैं। जब पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद का स्टाक हमारे पास होगा तो हम निश्चित ही किसानों को खाद वितरण करेंगे।
जय जवान जय किसान नारे के साथ सब किसानों की मांग को रखते हुये मदन नेताम ने कहा कि मई जून में किसानों के पास खाद पहुंच जाना चाहिये लेकिन सरकार खाद आपूर्ति नहीं कर पाई है इसीलिये चिचोला नेशनल हाइवे में धरना के लिये जा रहे किसानों को अधिकारियों ने कहा कि धरना प्रदर्शन मत करो आप सब को कुछ दिन में खाद मिल जायेगी लेकिन आज पर्यन्त खाद नहीं मिलने से किसान दुखी मन से खोभा सोसायटी में पहुंच कर अपनी पीड़ा से उच्च अधिकारियों को अवगत कराना चाह रहे हैं। मदन नेताम आगे कहा कि जब सरकार को मालूम है कि खाद की कमी है तो फिर दुकानों और बड़े बड़े व्यापारियों के पास से खाद कैसे बिक्री हो रही है इसी बात का दुख हम सब किसानों को है।
सभी किसान अपने अपने वाहन की व्यवस्था से राजनांदगांव जाकर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष सचिन बघेल और जिला कलेक्टर राजनांदगांव से मिलने जाने की तैयारी कर रहे हैं आगे देखना होगा कि किसानों की एक मात्र मांग यूरिया की कमी कितनी जल्दी पूरी होती है।
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