नई दिल्ली : द ओवल में खेले जा रहे आखिरी टेस्ट में भारतीय टीम 4 बदलाव के साथ मैदान पर उतरी। हालांकि, इसके बाद भी अभिमन्यु ईश्वरन को टेस्ट डेब्यू का मौका नहीं मिला। टीम मैनेजमेंट ने एक बार फिर करुण नायर पर ही भरोसा जताया। ऐसे में अभिमन्यु ईश्वरन के पिता रंगनाथन ईश्वरन से न रहा गया और उनका गुस्सा फूट पड़ा।
रंगनाथन ईश्वरन ने अपने बेटे को प्लेइंग 11 में नहीं चुने जाने पर टीम इंडिया के चयन मानदंडों की आलोचना की है। दिसंबर 2022 में बांग्लादेश दौरे के लिए लाल गेंद वाली टीम में पहली बार शामिल किए जाने के बावजूद अभिमन्यु को प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिल पाई है। अभिमन्यु के पिता ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें इतने लंबे समय तक बेंच पर बैठाए रखने के लिए मैनेजमेंट पर सवाल उठाए।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - हम आपके हैं कौन बनते
डेब्यू का इंतजार कर रहा था
रंगनाथन ईश्वरन ने TOI से बातचीत में कहा, "मैं अभिमन्यु के टेस्ट डेब्यू का इंतजार कर रहा हूं। मैं सालों से इंतजार कर रहा हूं, अब तीन साल हो गए हैं। एक खिलाड़ी का काम क्या होता है? रन बनाना। उसने वो किया है। लोगों ने कहा कि उसने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे में इंडिया ए के दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और टीम में जगह नहीं बना पाया, जो कि सही भी है। जब अभिमन्यु ने बीजीटी से पहले अच्छा प्रदर्शन किया था, उस दौरान करुण नायर टीम में नहीं थे। करुण को दलीप ट्रॉफी या ईरानी ट्रॉफी के लिए नहीं चुना गया था। अगर आप पिछले साल से लेकर इस साल तक की अवधि पर गौर करें तो अभिमन्यु ने लगभग 864 रन बनाए हैं।"
आईपीएल प्रदर्शन का ध्यान नहीं रखना चाहिए
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे कुछ खिलाड़ी अपने आईपीएल प्रदर्शन के जरिए सुर्खियों में आ जाते हैं और कहा कि टेस्ट टीम चुनते समय आईपीएल के प्रदर्शन को ध्यान में नहीं रखा जाना चाहिए।
रंगनाथन ईश्वरन ने कहा, मैनेजमेंट ने करुण नायर को मौका दिया। ठीक है, उन्होंने 800 से ज्यादा रन बनाए। चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया है। मेरा बेटा थोड़ा उदास लग रहा है, लेकिन ऐसा होना स्वाभाविक है। कुछ खिलाड़ी आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर टेस्ट टीम में जगह बना लेते हैं। टेस्ट क्रिकेट के लिए टीम चुनते समय आईपीएल के प्रदर्शन को ध्यान में नहीं रखा जाना चाहिए। रणजी ट्रॉफी, दलीप ट्रॉफी और ईरानी ट्रॉफी को टेस्ट टीम में चयन का आधार बनाया जाना चाहिए।"
Comments