बिश्रामपुर : जयनगर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत हर्राटिकरा के पूर्व सरपंचों ने सरपंच पर फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर चुनाव लड़ने व निर्वाचित होने का आरोप लगाते हुए सूरजपुर एसडीएम को लिखित शिकायत कर उसका निर्वाचन खारिज कर नए सिरे से पंचायत चुनाव संपन्न कराने की मांग की है। उक्ताशय की शिकायत ग्राम पंचायत हर्राटिकरा की पूर्व सरपंच इंद्रावती आयम, अंबिका सिंह आयम, रूपदेव राजवाड़े, शंकर राजवाड़े, दशमेत ने एसडीएम सूरजपुर से की है।
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शिकायत में बताया है कि वर्तमान सरपंच सुशीला दास मूलतः प्रेमनगर विकासखंड के महंगई के कालीपुर गांव की निवासी है। उसके दादा पुरखा के सेटलमेंट रिकॉर्ड में उसकी जाति पनिका उल्लेख है। इसके अतिरिक्त सरपंच के सगे भाई बहन सतेंद्र पिता रघुवीर, महेंद्र पिता रघुवीर, सुमन पिता रघुवीर के दाखिल खारिज में उनकी जाति पनिका इंद्राज है।
शिकायतकर्ता पूर्व सरपंचों ने उल्लेख किया है कि सरपंच सुशीला दास का कालीपुर मायका है। उसके मायका परिवार में बड़े पापा, चाचा, मामा, भाई, बहन सभी पनिका हैं। सरपंच सुशीला का विवाह ग्राम हर्राटिकरा निवासी पनिका परिवार के सुंदर दास के साथ सामाजिक रीति रिवाज से हुआ है और सरपंच का ससुराल पक्ष आज भी पनिका समाज के रूप में जाना पहचाना जाता है।
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बताया गया है कि सरपंच ने निर्वाचन के दौरान जो प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया है। वह फर्जी है। सरकारी पंजीकृत रजिस्टर में शामिल नहीं है। चुनाव प्रचार के समय भी पोस्टर में पनिका जाति उल्लेख किया गया था। वोटर लिस्ट में भी उसका सरनेम दास है।
शिकायत कर्ता पूर्व सरपंच अंबिका सिंह ने बताया कि वर्ष 2013 - 14 में एसडीएम न्यायालय द्वारा सुशीला दास की जगह उसे सुशीला सिंह कोर्राम पिता रघुवीर सिंह कोर्राम के नाम से प्रकरण क्रमांक 4753/13, 14 प्रमाण पत्र क्रमांक 26 से उसके गोंड जाति का प्रमाण पत्र जारी किया गया है, जो गलत है और इसकी बारीकी से जांच आवश्यक है।
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