खैरागढ़: एकतरफा प्रेम में पागल आशिक ने युवती के पति को जान से मारने के लिए स्पीकर में बम भरकर पार्सल में भेज दिया। घटना केसीजी जिले के गंडई थाने की है। मामले में सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
मास्टरमाइंड विनय वर्मा है। आरोपित विनय ने पूर्व प्रेमिका के पति को मारने की नीयत से होम थिएटर स्पीकर के भीतर दो किलो बारूद छिपाकर पार्सल बम तैयार किया और उसे गिफ्ट पैक कर गंडई निवासी अफसार खान के पास भेज दिया।
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पार्सल में फर्जी स्टीकर भी लगाया
पार्सल में बाकायदा इंडियन पोस्ट का फर्जी स्टीकर भी लगाया। ताकि किसी को भनक मत लगे। आरोपित अपने दोस्त के साथ पार्सल को अफसार खान के पास छोड़ दिया। पार्सल को खोलने के बाद स्पीकर निकला, जो नया दिख रहा था। लेकिन वजन काफी था। अफसार को शक हुआ। स्पीकर असामान्य रूप से भारी था और पावर पिन टूटा हुआ दिख रहा था।
पेशे से इलेक्ट्रिशियन अफसार की नजर तुरंत खतरे पर गई। उसने सावधानी से पार्सल खोला तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। स्पीकर के भीतर से जिलेटिन की छड़ें और तारों से जुड़ा डिटोनेटर निकला। शनिवार को एसपी लक्ष्य शर्मा ने प्रेसवार्ता लेकर मामले का राजफाश किया।
बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा, क्षेत्र को किया सील
अफसर ने इस तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर पूरे क्षेत्र को सील कर दिया। जांच में पता चला कि स्पीकर के अंदर छिपाया गया विस्फोटक इस तरह डिजाइन किया गया था कि जैसे ही उसे बिजली के स्रोत से जोड़ा जाता, करंट सीधे डिटोनेटर तक पहुंचकर जोरदार धमाका कर देता। विस्फोट की स्थिति में स्पीकर का आवरण ही घातक छर्रों में बदल जाता। यह पूरा आईईडी किसी फिल्मी सीन जैसा था, लेकिन हकीकत कहीं ज्यादा खतरनाक।
कुछ माह पहले हुई है शादी
मिली जानकारी के अनुसार विनय वर्मा, अफसार की पत्नी से एकतरफा प्यार करता था। कुछ माह पहले ही अफसर और युवती की शादी हुई है। मामले में पुलिस की पड़ताल ने इस मामले के पीछे की गुत्थी खोल दी। मास्टरमाइंड विनय वर्मा ने इंटरनेट से ट्यूटोरियल देखकर आईईडी तैयार किया था। उसका मकसद अपनी प्रेमिका के पति अफसार खान की हत्या करना था। लेकिन इस साजिश का एक और बड़ा पहलू सामने आया कि विनय अकेला नहीं था।
उसके साथ कई लोग शामिल थे, जिन्होंने फाइनेंस, सप्लाई और फर्जी लोगो तक का इंतजाम किया। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इस बम में इस्तेमाल जिलेटिन दुर्ग जिले की पत्थर खदानों से अवैध रूप से लाया गया था। पुलिस ने इस केस में सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें आईईडी तैयार करने वाला, फाइनेंसर, डिलीवरी में मददगार, सप्लायर और यहां तक कि फर्जी इंडिया पोस्ट लोगो बनाने वाला भी शामिल है। आरोपितों के ठिकानों से 60 जिलेटिन स्टिक और दो डिटोनेटर बरामद हुए।
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आरोपितों की भूमिका एक नजर में
मामले में पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। मास्टर माइंड खैरागढ़ कुसमी निवासी 20 वर्षीय विनयवर्मा ने आईईडी तैयार कर पार्सल किया। दुर्ग लिटिा चीचा निवासी 25 वर्षीय रमेश्वर वर्मा ने जिलेटिन खरीदने के लिए छह हजार रुपये दिए। कुसमी निवासी 22 वर्षीय गोपाल वर्मा ने पार्सल पहुंचाने में सहयोग किया। खैरागढ़ केसला निवासी 46 वर्षीय घासीराम वर्मा ने जिलेटिन सप्लायर से माल पहुंचाया। दुर्ग अहिवारा निवासी 38 वर्षीय दिलीप ढीमर व गोपाल खेलवार ने विस्फोटक आपूर्ति में शामिल रहा। वहीं बाजार अतरिया निवासी 19 वर्षीय खिलेश वर्मा ने फर्जी इंडिया पोस्ट लोगो और पता बनाया।



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