मिर्च की खेती को किसान भाइयों के लिए सबसे फायदेमंद फसल माना जाता है. छोटे और बड़े किसान इसे किसी भी मौसम में कर सकते हैं और मोटा मुनाफा कमा सकते हैं. यही कारण है कि बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड के किसान राजेश महतो ने 50 डेसिमल जमीन में आधुनिक तकनीक से मिर्च की खेती कर पांच गुना आमदनी हासिल की है और उनकी इस सफलता से आसपास क्षेत्र के युवा भी खेती की ओर प्रेरित हो रहे हैं.
ऐसे आया आइडिया
राजेश महतो ने बताया कि वे किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और खेती की प्रेरणा उन्हें अपने दादा-पापा से मिली. वहीं आधुनिक मिर्च खेती का आइडिया उन्हें यूट्यूब वीडियो देखकर आया. इसके बाद पिछले वर्ष जून में उन्होंने 50 डेसिमल क्षेत्र में मिर्च की रोपाई की और आज इससे अच्छी आमदनी कर रहे हैं.
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सालभर मिलता है सही दाम
किसान राजेश ने आगे बताया कि मिर्च की फसल किसानों के लिए सबसे बेहतर विकल्प है क्योंकि इस फसल की औसतन अवधि 8 महीने तक होती है. वहीं किसान ड्रिप और मल्चिंग विधि से बेहतर देखभाल करके एक साल तक उत्पादन हासिल कर सकते हैं. यह एक ऐसी फसल है जिसमें किसानों को सालभर सही दाम मिलता है.
होती है इतनी आमदनी, बन सकते हैं लखपति
50 डेसिमल के क्षेत्र में मिर्च की खेती में करीब 10 हजार रुपये की लागत आती है. पूरे सीजन में किसान इससे 3 से 5 क्विंटल तक मिर्च का उत्पादन कर सकते हैं. वहीं हरी मिर्च थोक बाजार में औसतन 100 रुपये प्रति किलो और लाल मिर्च 150 रुपये प्रति किलो तक बिकती है. ऐसे में किसान पूरे सीजन आसानी से 60 से 70 हजार रुपये की आमदनी कर सकते हैं. वहीं बड़े क्षेत्र में मिर्च की खेती करने से किसान लखपति भी बन सकते हैं.
ऐसे रहती है फसल सुरक्षित
मिर्च की आधुनिक खेती के लिए सबसे पहले किसानों को मल्चिंग के लिए 25 माइक्रोन के मल्चिंग पेपर का चुनाव करना चाहिए क्योंकि यह लंबी अवधि की फसल होती है. बेहतर मल्चिंग पेपर से फसल की सुरक्षा लंबे समय तक बनी रहती है. वहीं बेहतर उत्पादन के लिए खेती के बेड बनाने के लिए 5 फीट की दूरी होनी चाहिए. मिर्च की फसल आते ही आमतौर पर व्हाइट फ्लाई कीड़ों का प्रकोप होता है. ऐसे में जैविक कीटनाशक के इस्तेमाल से बेहतर उत्पादन हासिल किया जा सकता है.
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