बिलासपुर रेल डिपो में करंट की चपेट में आए युवक की इलाज के दौरान मौत

बिलासपुर रेल डिपो में करंट की चपेट में आए युवक की इलाज के दौरान मौत

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेलवे कोच डिपो में हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक ठेका कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गया था। वह वंदे भारत ट्रेन का एसी सुधारने और कोच की धुलाई करने कोच पर चढ़ा था।इसी दौरान किसी ने हाईटेंशन लाइन की सप्लाई चालू कर दी थी। इलाज के दौरान कर्मचारी की मौत हो गई है। रेलवे ने जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी बनाई है वहीं सुरक्षा इंचार्ज पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।

रेलवे कोच डिपो में वंदे भारत ट्रेन के एक्सट्रा कोच का एसी ठीक करने और कोच की धुलाई कर रहा ठेका कर्मचारी प्रताप बर्मन 133केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया था। करंट के संपर्क में आने धमाका हुआ और वह बुरी तरह झुलस गया था। रेलवे अधिकारियों ने तत्काल उसे अस्पताल भेजा जहां प्राथमिक उपचार के लिए उसे एम्स रेफर किया गया था, लेकिन परिजन ने उसे अपोलो अस्पताल में बेहतर इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जानकारी अनुसार इलाज के दौरान प्रताप बर्मन की मौत हो गई है। वह जांजगीर-चांपा जिले का रहने वाला था।

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अधिकारियों की लापरवाही से गई प्रताप की जान

हाईटेंशन लाइन के करंट की चपेट में आने और बुरी तरह झुलसे प्रताप की मौत के बाद उसके साथी कर्मचारी चरणदास सहित अन्य कर्मचारियों ने रेलवे प्रबंधन और अधिकारियों पर जानलेवा लापरवाही के आरोप लगाए हैं। चरणदास का आरोप है कि प्रताप को यह कहकर चढ़ाया गया था कि लाइन में करंट बंद है। अचानक किसी ने लाइन चालू कर दी थी।

काफी देर तक कोच पर तड़पता रहा युवक

प्रताप जैसे ही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आया मौके पर एक धमाका सा हुआ। फटाक की आवाज के साथ वह कोच पर गिरकर तड़पने लगा था। मौके पर मौजूद कोई कर्मचारी इसका वीडियो बना रहा था, पूरी घटना वीडियो में कैद हो गई है। युवक करीब 15 से 20 मिनट तक तड़पता रहा, उसके बाद उसको अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था की गई।

सुरक्षा इंचार्ज की जिम्मेदारी थी, लापरवाही की गई है

साथी कर्मचारियों के मुताबिक लाइन चालू है या नहीं इसकी जानकारी मीणा अर्था सुरक्षा इंचार्ज हो होती है। उन्होंने ही प्रताप को यह कहकर उपर चढ़ाया था कि लाइन बंद है। अचानक लाइन कैसे चालू हो गई। घटना के बाद जैमर बंद करना जरूरी था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। प्रताप तड़पने के हिम्मत करके जैसे ही दोबारा उठा तो फिर करंट की चपेट में आकर नीचे गिर गया था। यह अधिकारियों की लापरवाही है।

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साइट इंचार्ज के कहने पर बारिश में दोबारा चढ़ा

चरणदास के मुताबिक, जैमर (करंट बंद करने वाला यंत्र) बंद है या नहीं, इसकी जानकारी मीणा को होती है। मीणा के कहने पर प्रताप ट्रेन के ऊपर चढ़ा, जहां उसे 25,000 वॉट का करंट लगा। वह करीब 10-15 मिनट तक छत पर पड़ा रहा, लेकिन तब भी जैमर बंद नहीं किया गया। थोड़ी देर में प्रताप को होश आया और जैसे ही वह उठने लगा, दोबारा करंट लगने से वह ट्रेन से नीचे गिर गया।

रेलवे ने जांच बैठाई, मीणा पर एफआईआर

रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों में मामले में 5 सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच शुरू कर दी है। इधर मौके पर मौजूद सुरक्षा इंचार्ज (सीनियर सेक्शन इंचार्ज) मीणा के खिलाफ साथी मजदूरों की शिकायत पर बिलासपुर के सिरगिट्टी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई हैं








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