मुंगेली : 10 दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव की तैयारी में पूरा मुंगेली जिला रंगा-रंग हो उठा है। जगह-जगह गणपति बप्पा के स्वागत हेतु आकर्षक पंडाल और भव्य प्रतिमाओं की तैयारियां जोरों पर हैं। श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। गणेश चतुर्थी इस बार 27 अगस्त को मनाई जाएगी। इसी दिन शहर और ग्रामीण अंचलों में गणपति प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी।
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पंडालों को रंग-बिरंगी लाइटों, फूल-मालाओं और विभिन्न थीम पर सजाया जा रहा है। पंडित दिलेश दुबे के अनुसार गणेश चतुर्थी के दिन प्रातःकाल स्नान कर कलश स्थापना एवं गणपति की प्रतिमा को विधि-विधान से प्रतिष्ठित किया जाता है। पूजन में दूर्वा, मोदक, लड्डू, पुष्प और नारियल का विशेष महत्व होता है। श्रद्धालु घर-घर में गणेश पूजन कर सुख-समृद्धि और विघ्नहर्ता से आशीर्वाद की कामना करेंगे।
ये बरतें विशेष सावधानी
गणेश चतुर्थी के दौरान पंडालों में भीड़भाड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। प्रशासन ने भी आयोजकों को विद्युत व्यवस्था, साफ-सफाई और अग्नि सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। गणेशोत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, भजन, कीर्तन और सामाजिक जागरूकता अभियान भी चलाए जाएंगे। विसर्जन के समय प्रशासन द्वारा निर्धारित मार्ग और स्थल पर ही मूर्तियों का विसर्जन किया जाएगा ताकि कोई अव्यवस्था न हो। मुंगेली जिला इन दिनों भक्ति और उत्साह के माहौल से सराबोर है। छोटे-बड़े सभी बस्तियो और मोहल्लों में गणपति बप्पा मोरया की गूंज सुनाई देने लगी है।
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