रायपुर :छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में उत्कल समाज द्वारा नुआखाई पर्व के अवसर पर एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में महिलाएँ, युवा और गाड़ा समाज के लोग शामिल हुए। यह शोभायात्रा ओडिशा और छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक एकता का अद्भुत संगम थी। शोभायात्रा की शुरुआत जय जगन्नाथ, जय बूढ़ी माँ, और जय छत्तीसगढ़ महतारी के जयघोष के साथ बूढ़ी माँ मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद हुई। उत्सव का माहौल हर तरफ नजर आ रहा था, जहाँ लोग पारंपरिक परिधानों में सजे हुए थे और उत्साह से भरे थे।
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भव्य स्वागत और समापन
शोभायात्रा का मार्ग में जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। भाजपा जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में और कई सामाजिक संस्थाओं ने पुष्प वर्षा करके शोभायात्रा का अभिनंदन किया। शोभायात्रा शहर के प्रमुख मार्गों—कटोरा तालाब, भगत सिंह चौक, घड़ी चौक, कचहरी चौक, और मधुसूदन चौक—से होते हुए काली माता मंदिर के पास स्थित ग्रास मेमोरियल ग्राउंड में समाप्त हुई।
समापन समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें उदयनाथ बाबा जी, दक्षिण विधायक सुनील सोनी, उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा, पूर्व प्रदेश मंत्री किशोर महानंद और गाड़ा समाज के अध्यक्ष नारायण बाघ शामिल थे। इन सभी ने नुआखाई पर्व की शुभकामनाएँ दीं और उत्कल समाज के इस प्रयास की सराहना की।नुआखाई पर्व, जो कि नई फसल के स्वागत का प्रतीक है, इस शोभायात्रा के माध्यम से ओडिशा और छत्तीसगढ़ के बीच के गहरे संबंधों को और भी मजबूत करता दिखाई दिया। इस तरह के आयोजनों से समाज में एकता और भाईचारे की भावना बढ़ती है।



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