रायपुर : कांग्रेस संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सृजन कार्यक्रम के बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि प्रदेश में दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं।हालांकि अंतिम फैसला आलाकमान के हाथ में है। लेकिन इस हलचल के बीच बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कस दिया है।
कांग्रेस में दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की चर्चा
कांग्रेस संगठन में फेरबदल की कवायद तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की चर्चा जोर पकड़ रही है। जानकारी के मुताबिक पार्टी संगठन को कसावट और मजबूती देने के लिए जातीय और क्षेत्रीय समीकरण साधने की कोशिश में है। हालांकि पीसीसी चीफ दीपक बैज का कहना है कि यह फैसला पूरी तरह आलाकमान का है।
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कांग्रेस खुद ही अपने संगठन को लेकर कंफ्यूज
उधर बीजेपी ने कांग्रेस की इस हलचल पर तंज कसा है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस का संगठनात्मक संकट और गहराता जा रहा है और यह बदलाव उसकी कमजोरी को दिखाता है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव का कहना है कि कांग्रेस खुद ही अपने संगठन को लेकर कंफ्यूज है। जब सत्ता में रहती है तो कांग्रेस सभी वर्गों को उपेक्षित करती है।
बदलावों से कांग्रेस कितनी मजबूत होगी
कांग्रेस का अंत नजदीक है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में दो कार्यकारी अध्यक्ष बनने की अटकलों ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। लेकिन, आलाकमान क्या फैसला लेता है, उस पर सबकी निगाहें टिकी हैं। कांग्रेस का मकसद साफ है, प्रदेश में संगठन को नई जान देना, जातीय समीकरण साधना और आने वाले चुनावों के लिए कमर कसना। अब देखना यह होगा कि इन बदलावों से कांग्रेस कितनी मजबूत हो पाती है।
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