जिला लघु वनोपज के प्रबंध संचालकों पर संचालक सदस्यों ने लगाया मनमानी का आरोप

जिला लघु वनोपज के प्रबंध संचालकों पर संचालक सदस्यों ने लगाया मनमानी का आरोप

परमेश्वर राजपूत,गरियाबंद  : जिला वनोपज सहकारी संघ जिला गरियाबंद के 08/09/2025 को प्रबंध संचालक के द्वारा संचालक मण्डल की बैठक आहुत कि गई थी, जिसमें उप प्रबंध संचालक अतुल श्रीवास्तव द्वारा बैठक एजेण्डा को सुना रहे थे, उसी बीच में हम संचालको द्वारा लक्ष्मण नेताम लेखापाल का स्थानान्तरण आदेश के बारे में पुछा गया तो 16/07/2025 को आदेश जारी होना बताया गया। उप प्रबंध संचालक के द्वारा उक्त आदेश को शिथिल करने कोर्ट में याचिका दायर करना बताया गया, परन्तु आदेश दिनांक और कोर्ट में याचिका दायर करने की तिथि के बीच अन्तर 18-19 दिन होता है। इस अन्तराल अवधि में लेखापाल को भारमुक्त करने हेतु प्रबंध संचालक जिला वनोपज सहकारी संघ गरियाबंद को 29/07/2025 को संचालक मण्डल के द्वारा आवेदन दिया गया, जिसका आज तक कोई जवाब प्रबंध संचालक के द्वारा नही दिया गया।

संचालक सद्स्यों द्वारा सर्व प्रथम लक्ष्मण नेताम को भारमुक्त करने की मांग की गई, जिसके पश्चात् मैं अपने अनुसार भारमुक्त करूंगा आप लोगों के कहने पर मैं भारमुक्त नही करूंगा इस तरह प्रबंध संचालक द्वारा संचालक मण्डल को जवाब दिया गया। संघ में माध्यम से जो भी निर्माणाधिन कार्य किया जा रहा है, उक्त संबंध में संचालक मण्डल को किसी प्रकार की वास्तविक जानकारी न देकर हम लोगों को उपेक्षित किया जाता है । साथ ही राज्य लघु वनोपज, सहकारी संघ रायपुर के द्वारा प्रति मानक बोरा 15 रूपये की दर से शाखकर्तन प्रशिक्षण कार्यशाला हेतु प्रशिक्षण व्यय समितियों को प्रदाय किया जाना था, परन्तु समितियों को प्रति मानक बोरा 4 रूपये के दर से भुगतान करना बताया गया, जिसकी शेष राशि की जानकारी संचालक मण्डल सद्स्यों को नही देना प्रबंध संचालक की मनमानी करना स्पष्ट उजागर होता है। जिला यूनियन गरियाबंद के अन्तर्गत महिला संग्राहकों को चरण पादुका वितरण हेतु 62146 चरण पादुका वितरण किया जाना था, जिसमें दिनांक 08/09/2025 तक 55835 जोड़ी चरण पादुका वितरण किया गया है, चरण पादुका वितरण हेतु मद की जानकारी भी हम लोगों को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है।

छ.ग. राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ द्वारा किसी प्रकार की कार्य हेतु प्राप्त राशि की जानकारी नही दी जाती है तथा व्यय राशि की जानकारी ही दी जाती है। प्रबंध संचालक लक्ष्मण सिंह जब से जिला वनोपज सहकारी संघ गरियाबंद में पदस्थ हुआ है तब से संचालकों द्वारा रखा गया प्रस्ताव का गंभीरता पूर्वक संज्ञान में नहीं लिया जाता है। इससे सिद्ध होता है कि जिला वनोपज सहकारी संघ गरियाबंद के समस्त संचालक सदस्य अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति होने के कारण हम लोगों को हमेशा अपेक्षित किया जाता है जिसके कारण हम लोगों को 8-9-2025 की बैठक को स्थगित करने हेतु बाध्य होना पड़ा, इसकी जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर लघु वनोपज सहकारी समिति के गरियाबंद जिला अध्यक्ष कल्याण सिंग कपिल के द्वारा दी गई।









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