विगत दिनों कुछ लोगों को आपत्ति थी छत्तीसगढ़ी तीज त्योहारों पे मिलने वाली छुट्टियों से, उनका छत्तीसगढ़ से नाता दिखाने की यही अदा थी ,क्रांतिसेना मौन रही वैसे ये बस्तर के बाढ़ में एक पैकेट ब्रेड का बांटते भी नही दिखे ,घेल -घेल { घेर } करते हैं पर अपनी बदनीयती से बघेल के एजेंट लगते हैं, छत्तीसगढ़ की माटी से जिन्हें लगाव नही वो बोनसाई छत्तीसगढ़िया बड़ी बेहयाई से अपने आप को छत्तीसगढ़ का बरगद बताने की नाकाम कोशिश कर रहे, साय सरकार का चुनाव छत्तीसगढ़ियों ने अपने अस्मिता से खेलने के लिए नही किया है, बोनसाई छत्तीसगढ़ियों के कुकृत्यों से छत्तीसगढ़ बदनाम हो रहा ,संस्कृति दूषित करने का कुत्सित प्रयास हो रहा ,जो आजीविका की तलाश में छत्तीसगढ़ आए, बस गए वो अपने आप को भाग्य विधाता ही नही यहां की संस्कृति और परम्पराओं से भी बड़ा समझ रहे,चैतन्यता का आभाव अखिल भारतीय समस्या है और छत्तीसगढ़ियों की सबसे बड़ी, तोमर बंधू अरबों की सूदखोरी कर महीनों से फरार है।
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पुलिस है की सुराग ढूंढ नही पा रही,संगीत के सप्तरागो की जुगलबंदी चल रही संगीत नगरी के लाल गुस्से से लाल नही हो रहे ,छत्तीसगढ़ की राजधानी में कानून व्यवस्था बनाएं रखने में नाकाम हो रहे उस पर तुर्रा ये है की राजधानी में अब न्यूड पार्टी के आयोजकों की पुलिस वालों से जुगलबंदी हो रही ,न कार्यवाही का विवरण, न नाम सार्वजनिक हो रहे ,राजधानी के बाहरी इलाकों के फार्महाउसों, क्लबों होटलों में ये खेल बरसों से चल रहा, शराब ,शबाब ,कबाब का नंगा नाच प्रशासन और राजनीतिज्ञों के संरक्षण के बिना नही चल सकता । पदाधिकारी कांग्रेस का भाजपा शासन में ये हरकतें कर रहा कांग्रेस शासन में दाऊ ,दलाल गिरोह ने कैसी लुट मचा रखी थी सबने देखा ,सत्ता परिवर्तन की सबसे बड़ी वजह लूट ,उसकी भी भाजपा सरकार में खुली छूट । जिन कांग्रेसियों का इस सरकार में राजनीतिक पुनर्वास हुआ है ,वो क्या अपने पुराने कांग्रेसियों को साथ नही दे रहे होंगे ? अपराधी इनके मंचो की शोभा बढ़ा रहे अंदर खाने सुगबुगाहट है फिर सीडी की आहट है ,पांच लाख वाली अवैध वसूली मंत्री जी के गले की फांस बनने वाली है संतरे की नगरी में फ़ाइल अंतर- अंतरे के साथ अंदर करवा दी गई है।
इन नव आगंतुक बोनसाई भाजपाई मंत्रियों के किस्सों से पहले स्वास्थ्य मंत्री की लम्बी कहानी है, सरकार न जाने क्यों इससे बेपरवाह है ? एक पूर्व भाजपा विधायक के पुत्र खेल के सूत्रधार हैं, जिनका सिंडिकेट के साथ पुरे विभाग पर कब्ज़ा है, स्थानांतरण भी अपना रुकवा लिया, बेहिसाब बेनामी सम्पत्तियों का मालिक है ,सरकार और मंत्री की मेहरबानी है, कमल की डंडी {पद्मिनी } ,चाँद जैसे चमकने वाले पर {चंद्रकांत } कमलवालों का प्रेम लाजमी है, जिसकी कड़ियों में तुल्स्यान,प्रिज्म हैं विभाग दर विभाग वही हो रहा राजनीति का चाल चेहरा ,चरित्र नही बदल रहा कांग्रेस सरकार ने जो गलतियां की उन्हें पूरी तन्मयता के साथ साय सरकार भी दोहरा रही। छत्तीसगढ़िया अस्मिता से बोनसाई छत्तीसगढ़िया खेल रहे ,सरकार मौन है ,वेलेंटाइन डे के आयोजन का विरोध ,गणेश मूर्तियों पर मर्यादा टूटते ही विरोध प्रस्फुटित करने वाले कहां हैं क्रांति सेना वाले ? न्यूड पार्टी से ज्यादा घृणित ,जघन्य अपराध क्या हो सकता है? कितना इसका विरोध किया ? क्या इन आयोजकों का सार्वजनिक जुलुस नही निकलना चाहिए ? क्यों ये छत्तीसगढ़ के माथे पर कलंक का टीका लगाने व्याकुल हैं ? क्या ऐसा मिल रहा है जो पुलिस प्रशासन का इन्हें खौफ नही,लाल साहब ना इनका कान उमेठ रहे न इन्हें लाल कर रहे । सट्टा ,ड्रग्स की बेहिसाब कमाई में हिस्सेदारी क्या अब नग्नता को भी समर्थन देने मजबूर कर रही है ? आयोजकों ने जिस क्लब से इस आयोजन के पोस्टर्स और प्रोत्साहन समारोह आयोजित किए वो पहले से विवादित है पुलिस कहे की उन्हें इस आयोजन का पता नही था तो फिर उनकी LIB क्या कर रही थी ,मुखबिरी पर पैसे कितने खर्च किए जा रहे साय सरकार चुनी गई है छत्तीसगढ़ के विकास और अस्मिता के लिए पर वो कर रही है राजनीति और नेताओं का पुनर्वास, और यदि ऐसा ही रहा तो अगले चुनाव में ------------------------------------------मुश्किल हो जायेगा आपका पुनर्वास
चोखेलाल
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मुखिया के मुखारी व्यवस्था पर चोट करती चोखेलाल की टिप्पणी
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