डोंगरगढ़ : धर्मनगरी डोंगरगढ़ में विराजित विश्व प्रसिद्ध मां बम्लेश्वरी मंदिर में आज से शारदीय नवरात्र का शुभारंभ हो गया है। सुबह से ही भक्तों की भीड़ मंदिर पहुंचने लगी। श्री बम्लेश्वरी ट्रस्ट समिति और प्रशासन ने पर्व को लेकर सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं। 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत आज सुबह 9 बजे ऊपर व नीचे मंदिरों में दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ हुई। शाम को ज्योति कलश स्थापना का आयोजन होगा, जिसमें ऊपर मंदिर में शाम 7.30 बजे, नीचे मंदिर व शीतला माता मंदिर में रात 8.30 बजे से स्थापना की जाएगी।
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वहीं 29 सितंबर (सप्तमी) कालरात्रि अभिषेक-ऊपर व नीचे मंदिर में रात 11 बजे से 12.30 बजे तक, 30 सितंबर (अष्टमी) हवन-ऊपर मंदिर में सुबह 8 बजे, नीचे व शीतला मंदिर में रात 7.30 बजे, 1 अक्टूबर (नवमी) ज्योति विसर्जन-ऊपर मंदिर में सुबह 4 बजे, नीचे व शीतला मंदिर में रात 8 बजे, सुख-समृद्धि के लिए होगा दुर्गा पाठ और शतचंडी हवन होगा। ट्रस्ट मंत्री महेंद्र परिहार ने बताया कि नवरात्रि पर्व के दौरान ज्योति स्थापना कराने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुख-समृद्धि की कामना के साथ दुर्गा सप्तशती पाठ, शतचंडी हवन और अन्य पूजन कर्म विद्वान पंडितों द्वारा संपन्न कराए जाएंगे।
पर्व को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी खासा उत्साह है। आज से ग्राम चौक-चौराहों पर मां दुर्गा और सरस्वती माता की प्रतिमाएं स्थापित की जा रही हैं। पूरे नौ दिन गांवों में भजन, कीर्तन, जागरण और भंडारों का आयोजन होगा।मां भवानी माता करेला, विंध्यवासिनी मंदिर कोपेनवागांव, कारीपाठ मंदिर कोलेन्द्रा, मां दुर्गा मंदिर मुसराकला और कोलिहापुरी स्थित मां बम्लेश्वरी मंदिर सहित क्षेत्र के अन्य देवी मंदिरों में भी नवरात्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।समिति ने श्रद्धालुओं को मौसम को ध्यान में रखते हुए छाता, वर्षा जैकेट और आवश्यक सामान साथ रखने की सलाह दी है। भीड़ प्रबंधन, पेयजल, चिकित्सा और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
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