दंतेवाड़ा: जिला पंचायत संसाधन केंद्र, दंतेवाड़ा में 23 से 25 सितंबर 2025 तक नवनिर्वाचित सरपंचों के लिए एक अभिमुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पंचायत प्रतिनिधियों को सशक्त और जागरूक बनाना था। प्रशिक्षण में पंचायत राज व्यवस्था, 73वें संविधान संशोधन, 11वीं अनुसूची के 29 विषयों, ग्राम सभा की भूमिका, ग्राम पंचायत विकास योजना (GPDP), PAI, PDI और स्थानीय सतत विकास लक्ष्यों (LSDG) पर विस्तृत जानकारी दी गई।
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विशेषज्ञों ने सरपंचों को शासकीय योजनाओं, वित्तीय प्रबंधन, ग्राम पंचायत बैठकों के संचालन, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के उपायों पर मार्गदर्शन प्रदान किया। प्रशिक्षण में LSDG आधारित ग्राम पंचायत विकास पर विशेष जोर दिया गया। अधिकारियों ने अपने संबोधन में कहा कि पंचायतें लोकतंत्र की नींव हैं और सरपंचों की भूमिका ग्राम विकास में सर्वोपरि है। उन्होंने नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों से प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान को लागू कर ग्राम पंचायतों को विकास के नए आयाम देने का आह्वान किया। गीदम जनपद के सरपंचों ने कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई और अपने सवालों के माध्यम से जिज्ञासाओं का समाधान किया। कार्यक्रम का समापन प्रेरणादायी संदेशों और पंचायत प्रतिनिधियों के संकल्प के साथ हुआ। इस अवसर पर उप संचालक पंचायत विभाग, जिला अंकेक्षक, सहायक आंतरिक लेखा परीक्षक एवं करारोपण, जिला संकाय सदस्य और नीति आयोग के सहयोगी पिरामल फाउंडेशन, दंतेवाड़ा के कर्मचारी उपस्थित रहे।



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