CM योगी की उपद्रवियों को दो टूक,कुछ लोगों को शांति अच्छी नहीं लगती, जब त्योहार आता है तो उनको गर्मी आने लगती है, उसे शांत करने...

CM योगी की उपद्रवियों को दो टूक,कुछ लोगों को शांति अच्छी नहीं लगती, जब त्योहार आता है तो उनको गर्मी आने लगती है, उसे शांत करने...

 उत्तर प्रदेश : बीते कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर प्रदर्शन और हिंसा की खबर आई। इनमें कानपुर, मऊ, बरेली शामिल रहे। इस हिंसा में उपद्रवियों ने पुलिस पर भी हमले किए और तोड़फोड़ तथा आगजनी की।इसके जवाब में पुलिस को कई जगहों पर लाठीचार्ज समेत अन्य एक्शन लेने पड़े।

वहीं, हमेशा हिंसा के खिलाफ और शांति के पक्ष में रहने वाले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन उपद्रवियों के लिए कड़ा संदेश दिया है। प्रदेश के श्रावस्ती जनपद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अराजकता स्वीकार्य नहीं है।

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पर्व और त्योहारों के समय माहौल खराब करना स्वीकार्य नहीं - सीएम योगी

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, आज श्रावस्ती में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "अराजकता स्वीकार्य नहीं है। हम सबको सम्मान देंगे, सबको सुरक्षा देंगे लेकिन अगर किसी ने सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का दुस्साहस किया, निर्दोष नागरिकों पर हमला किया, तो उसकी कई पीढ़ियों के सामने ऐसी कार्रवाई की जाएगी कि उनके लिए एक नजीर बन जाएगा।"

उन्होंने आगे कहा, " पर्व और त्योहारों के समय माहौल खराब करना स्वीकार्य नहीं है। मैं फिर कहूंगा कि अगर किसी ने सड़कों पर प्रदर्शन करके उपद्रव करने का दुस्साहस किया...तो उनको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी...हमने हर जाति, हर समुदाय के लोगों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के साथ जोड़ने का काम किया है, कोई भेदभाव नहीं किया..."

जब भी कोई हिन्दू पर्व और त्योहार आता है, तो कुछ लोगों गर्मी आने लगती है - सीएम योगी

जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "कुछ लोग हैं जिनको शांति अच्छी नहीं लगती। कल्याण अच्छा नहीं लगता। जब भी कोई हिन्दू पर्व और त्योहार आता है, उनको गर्मी आने लगती है। और उनकी गर्मी को शांत करने के लिए हमें डेंटिंग-पेंटिंग का सहारा लेना पड़ता है।"

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सीएम योगी ने आगे कहा, "महापुरुष किसी भी परंपरा में हों, उनका सम्मान होना चाहिए। आस्था अंतःकरण का विषय है, प्रदर्शन का विषय नहीं हो सकता। जिसकी जो आस्था है, अपनी आस्था के अनुसार, अपने कार्यक्रमों को संपन्न करें, किसी को आपत्ति नहीं होगी।" उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, "लेकिन आस्था के नाम पर तोड़फोड़ करोगे, आस्था के नाम पर आगजनी करोगे, आस्था के नाम पर राह चलते हुए नागरिकों पर हमला करोगे, बेटियों का जीना हराम करोगे और व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर आगजनी करोगे, पुलिस पर हमला करोगे, तो छेड़ोगे तो फिर छोड़ेंगे भी नहीं।"









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