मुंगेली : जिला स्तरीय जागरूकता अभियान के तहत 28 सितम्बर को विश्व रेबीज दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न शासकीय संस्थानों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में सामूहिक रूप से एंटी-रेबीज टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। मुंगेली जिले के 36 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं 32 उप स्वास्थ्य केन्द्रों सहित कुल 81 केन्द्रों पर कुत्ते के काटने से बचाव हेतु एंटी-रेबीज टीका लगाया गया। रेबीज एक घातक वायरल बीमारी है, जो मुख्यतः कुत्तों, बिल्ली, लोमड़ी और अन्य जानवरों के काटने से फैलती है। विशेषज्ञों के अनुसार एक बार इसके लक्षण दिखाई देने के बाद इसका कोई उपचार संभव नहीं है और यही कारण है कि यह बीमारी 100 प्रतिशत मृत्यु का कारण बनती है। हर वर्ष 28 सितम्बर को यह दिवस मनाया जाता है, जो प्रसिद्ध वैज्ञानिक लुई पाश्चर की पुण्यतिथि है। पाश्चर ने ही एंटी-रेबीज वैक्सीन की खोज की थी।
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इस दिवस का उद्देश्य आमजनों में इस घातक बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाना और समय पर टीकाकरण के लिए प्रेरित करना है। चिकित्सकों ने अपील की है कि यदि किसी को भी कुत्ते या अन्य जानवर ने काटा है तो तुरंत घाव को 10 मिनट तक साबुन और पानी से धोकर निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र में संपर्क करें और चिकित्सक की सलाह पर तुरंत एंटी-रेबीज टीका लगवाएं। साथ ही भटकते कुत्तों से सतर्क रहने और बच्चों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई।
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