शेयर बाजार में बीते सप्ताह आई तेज गिरावट ने निवेशकों को गहरी चोट दी है। आंकड़ों के मुताबिक, बीएसई की शीर्ष-10 दिग्गज कंपनियों के संयुक्त बाजार पूंजीकरण में 2.99 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
इस दौरान आईटी सेक्टर पर सबसे ज्यादा दबाव देखा गया और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का मार्केट कैप अकेले 97,500 करोड़ रुपये से अधिक घट गया।विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी प्रशासन द्वारा H-1B वीज़ा फीस बढ़ाए जाने की घोषणा के बाद आईटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली तेज हुई। इसका सीधा असर टीसीएस, इन्फोसिस और अन्य टेक दिग्गजों पर पड़ा। परिणामस्वरूप, निवेशकों की भारी पूंजी कुछ ही दिनों में मिट गई।
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रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, एलआइसी, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज फाइनेंस और एसबीआई जैसे अन्य बड़े समूह भी इस नुकसान से अछूते नहीं रहे। इन सभी कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे कुल मिलाकर टॉप-10 का संयुक्त मूल्य 2.99 लाख करोड़ रुपये कम हो गया।
बीते सप्ताह सेंसेक्स में 2,199 अंकों से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई, जिसने निवेशकों का भरोसा हिला दिया। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि विदेशी संकेत, डॉलर की मजबूती और आईटी कंपनियों पर वैश्विक दबाव ने इस गिरावट को और गहरा किया।
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