बैकुंठ (टंडवा, बहेसर और कुंद्र): बैकुंठ क्षेत्र के कुंद्र गांव, जब कंपनी खुला गया था उस समय कंपनी द्वारा "गोद लिया गया गांव" कहा जाता था, अब वहीं के मजदूर शोषण और अन्याय का शिकार हो रहे हैं। जानकारी के अनुसार, क्षेत्र में संचालित निजी कंपनी अल्ट्राटेक द्वारा जमीन खरीदने के बाद गांव के लोगों को बाहर कर दिया गया है।
स्थानीय मजदूरों का आरोप है कि कंपनी द्वारा जबरन उनकी सैलरी खाते में डाल दी जा रही है और फिर बिना कोई कारण बताए उन्हें नौकरी से निकाल दिया जा रहा है। कंपनी के ठेकेदार ने लगभग 150 मजदूरों को काम से निकाल दिया है, जिनमें से सभी स्थानीय हैं।
वहीं दूसरी ओर, इनकी जगह बाहरी व्यक्तियों को काम पर रखा जा रहा है। इससे नाराज़ होकर 5 मजदूर भाई पिछले चार दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे हैं, लेकिन आज तक ना तो जिला प्रशासन, न ही जनपद पंचायत और न ही विधायक व मंत्री मौके पर पहुँचे हैं।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि जब कंपनी खुली थी, तब सबको काम व रोजगार देंगे कहकर स्वागत किया गया था, लेकिन अब उन्हीं लोगों को दरकिनार किया जा रहा है।
प्रशासन और श्रम विभाग की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं। न तो श्रम विभाग ने कोई कार्रवाई की, और ना ही कंपनी प्रबंधन के खिलाफ कोई नोटिस जारी हुआ है।
भविष्य में बड़ा आंदोलन हो सकता है: छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना रायपुर ग्रामीण
मजदूरों और ग्रामीणों के साथ छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के सभी सेनानी ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इस अन्याय के खिलाफ कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में यह आंदोलन और भी बड़ा रूप ले सकता है। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन और शासन-प्रशासन की होगी।
यही मामला बरोड़ा क्षेत्र में भी चर्चा का विषय बन चुका है जिसमें 65 लोगों को जॉब से निकल दिया गया है सभी स्थानीय मजदूर है वहां भी इसी तरह की स्थिति सामने आई है।
पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में छत्तीसगढ़ियों का हक और अधिकार मारा जा रहा है और जनप्रतिनिधि के द्वारा इनकी उपेक्षा की जा रही है।।
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के जिला अध्यक्ष योगेश साहू ने पार्टी के तरफ से पूर्ण सहमति दी है और उनके लिए जो करना पड़े करेंगे व छत्तीसगढ़ियों का साथ हर स्थिति में देंगे।



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