मक्के की खेती करने वाले किसानों की संख्या काफी अधिक है. यह एक ऐसी फसल है, जिसकी मार्केट में खूब अधिक डिमांड होती है, लेकिन इसके अलावा किसान इसी फसल की एक ऐसी नस्ल की खेती कर सकते हैं, जो उनके लिए कमाई का बेहतरीन जरिया बन सकता है. आजकल मार्केट में स्वीट कॉर्न की डिमांड काफी अधिक बढ़ चुकी है. रेस्टोरेंट से लेकर बड़े-बड़े ढाबों तक स्वीट कॉर्न से बने हुए तरह-तरह के डिश बिक रहे हैं. ऐसे में स्वीट कॉर्न की खपत मार्केट में काफी अधिक हो चुकी है. ऐसे में मक्के की खेती करने वाले किसान अपने खेतों में स्वीट कॉर्न भी उगा सकते हैं, जो उनके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है.
हर तरह के खेत में है उपजाऊ
स्वीट कॉर्न या बेबी कॉर्न की खेती किसान भाई अपने खेतों में मामूली लागत से शुरू कर सकते हैं. कृषि एक्सपर्ट डॉ राकेश पांडेय बताते हैं कि इसकी खेती बेहद आसानी से की जा सकती है. मक्का लगभग सभी तरह की मिट्टी में उपजाऊ होता है, जिससे हर तरह के खेत में इसकी पैदावार की जा सकती है. यह एक ऐसी फसल है, जिसकी लागत काफी कम होती है और मुनाफा काफी अधिक होता है. प्रदेश के कई जिलों में किसानों के द्वारा स्वीट कॉर्न की बंपर पैदावार की जाती है. ऐसे में आजमगढ़ जिले के किसान भी स्वीट कॉर्न की खेती करते हुए अपनी आय को बढ़ा सकते हैं. यह विशेषकर उन किसानों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है, जो अपने खेतों में मक्के की खेती करते हैं.
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मार्केट में है जबरदस्त डिमांड
इस फसल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि साल के किसी भी महीने में इस फसल की खेती की जा सकती है. आम मक्के की तुलना में इस फसल को तैयार होने में तकरीबन 60 दोनों का समय लगता है, वही साधारण मक्के की खेती की तुलना में यह तकरीबन तीन गुना कम खर्चे में उपजाई जा सकती है वही मार्केट में यह मक्के से 5 गुना अधिक दामों में बिकता है मार्केट में स्वीट कॉर्न या बेबी कॉर्न की कीमत की बात की जाए तो यह तकरीबन ₹200 से 250 रुपए प्रति किलो किधर से बेचा जाता है. स्वीट कॉर्न या बेबी कॉर्न की डिमांड बड़े-बड़े धब्बों से लेकर रेस्टोरेंट में ज्यादा होती है जिससे कई तरह के डिश बनाए जाते हैं जो लोगों द्वारा खूब पसंद भी किया जाता है.
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