जेल में वसूली का खेल !कैदियों ने लगाया जेल अफसरों पर वसूली का आरोप

जेल में वसूली का खेल !कैदियों ने लगाया जेल अफसरों पर वसूली का आरोप

बिलासपुर :  जेल में बंद कैदियों से वसूली की दूसरी और गम्भीर शिकायत सामने आई है। जेल अफसरों की प्रताड़ना हर उगाही से परेशान उम्र कैद की सजा काट रहे कैदी ने सेनेटाइजर पीकर जान देने की कोशिश की। बहरहाल वह खतरे से बाहर है। कैदी की पत्नी ने अम्बिकापुर जेल अफसरों पर प्रताड़ना और वसूली का गम्भीर आरोप लगाई है। सारँगढ़ उप जेल के बाद यह दूसरा मामला है।

अंबिकापुर जेल वापस भेजे जाने से बचने के लिए फरार कैदी ने बुधवार को सेनेटाइजर पीकर आत्महत्या की कोशिश की। उसे सिम्स में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। कैदी मस्तूरी का रहने वाला है। हत्या के मामले में उसे उम्रकैद की सजा हुई है। वह अंबिकापुर जेल में सजा काट रहा है। उसकी पत्नी का आरोप है कि जेल में उससे बार-बार रिश्वत मांगी जाती है। रुपए नहीं देने पर प्रताड़ित किया जाता है। कुछ दिन पहले उसे अंबिकापुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वह अस्पताल से फरार हो गया था।

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पत्नी का आरोप है कि जेल अधिकारियों के रिश्वत मांगने और प्रताड़ना से तंग आकर कैदी रमेश कांत अंबिकापुर अस्पताल से भागकर बिलासपुर आ गया था। मंगलवार को उसने बिलासपुर कलेक्टर के समक्ष सरेंडर किया। इसके बाद सिविल लाइन पुलिस ने दोपहर 2 बजे उसे जेल में दाखिल कराया। पूछताछ के दौरान उसके जेल से फरार होने और मणिपुर थाने में दर्ज एफआईआर की जानकारी मिलने पर जेल प्रशासन ने पुलिस को बुलाया, पर कोई नहीं आया। रात हो जाने पर उसे वापस सिविल लाइन थाने भेजा दिया। जेल प्रहरी उसे थाने में छोड़कर लौट गए। जेल में दाखिल दिखाने के कारण पुलिस ने थाने में रखने से इनकार कर दिया। कैदी थाने के बाहर देर तक भटकता रहा। बाद में किसी ने उसकी पत्नी अमरिका बाई को खबर दी, जो उसे घर ले गई। बुधवार को अंबिकापुर पुलिस कैदी को लेने घर पहुंची। दोबारा जेल जाने के डर से उसने घर के पीछे जाकर सेनेटाइजर पी लिया। तबीयत बिगड़ने पर परिवार वालों ने उसे सिम्स में भर्ती कराया।

कैदी की पत्नी अमरिका बाई ने 7 अक्टूबर को कलेक्टर को दी शिकायत में बताया कि उसके पति रमेश कांत को धारा 302, 324, 34 के तहत उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। वह अंबिकापुर जेल में सजा काट रहा है। जेल अधिकारी और प्रहरी उनसे रुपए की मांग कर जातिगत गाली-गलौज और मारपीट करते हैं। सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। प्रताड़‌ना से तंग आकर 6 अक्टूबर को वह मेडिकल कॉलेज अस्पताल, अंबिकापुर से फरार हो गया।









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