वैदिक पंचांग के अनुसार, शनिवार 18 अक्टूबर को धनतेरस है। यह पर्व हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही सोने और चांदी से निर्मित आभूषणों की खरीदारी की जाती है।
सनातन शास्त्रों में निहित है कि कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। इस शुभ अवसर पर हर साल कार्तिक माह में दीवाली से दो दिन पहले धनतेरस मनाया जाता है।
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भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही शारीरिक और मानसिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। अगर आप भी भगवान धन्वंतरि को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो धनतेरस के दिन आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि जी की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय इन मंत्रों का जप करें।
भगवान धन्वंतरि के नाम
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