एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने का विधान है। कार्तिक माह में देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन सच्चे मन से व्रत और श्रीहरि की पूजा करने से सभी पापों से छुटकारा मिलता है और प्रभु की कृपा से जीवन में सुख-शांति बनी रहती है। इस दिन पूजा के दौरान शिवलिंग का अभिषेक करना शुभ माना गया है। इससे महादेव प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मुरादें पूरी होती हैं।
अगर आप भी महादेव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो देवउठनी एकादशी के दिन शिवलिंग पर विशेष चीजें अर्पित करें। इससे आर्थिक तंगी दूर होगी और जीवन खुशियों से भर जाएगा। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं कि देवउठनी एकादशी के दिन शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए।
आर्थिक तंगी होगी दूर
अगर आप आर्थिक तंगी का सामना का सामना कर रहे हैं, तो देवउठनी एकादशी के दिन सुबह स्नान करने के बाद पूजा-अर्चना करें। इसके बाद शिवलिंग पर चावल अर्पित करें। शिव मंत्रों का जप करें। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस उपाय को करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और आर्थिक समस्या से मुक्ति मिलती है।
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मानसिक तनाव होगा दूर
इसके अलावा शिवलिंग का गंगाजल और दूध से अभिषेक करना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, शिवलिंग पर गंगाजल और दूध अर्पित करने से मानसिक तनाव की समस्या से छुटकारा मिलता है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
सभी मुरादें होंगी पूरी
शिवलिंग पर दही और शहद भी अर्पित कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस उपाय को करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और प्रभु की कृपा से सभी मुरादें पूरी होती हैं।
मिलेगा मनचाहा वर
मनचाहा वर पाने के लिए देवउठनी एकादशी के दिन शिवलिंग पर शमी के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से भक्त को शुभ परिणाम मिलेंगे। साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
देवउठनी एकादशी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त
इस बार देवउठनी एकादशी व्रत 01 नवंबर (Dev Uthani Ekadashi 2025 Kab Hai) को किया जाएगा।
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की तिथि की शुरुआत- 01 नवंबर को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की तिथि का समापन- 02 नवंबर को सुबह 07 बजकर 31 मिनट पर



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