पहली बार किचन गार्डन तैयार कर रहे हैं तो योजनाबद्ध तरीके से काम करें. सही जगह का चुनाव, अच्छी मिट्टी की तैयारी और मौसम के अनुकूल पौधे लगाना ज़रूरी है. सर्दी से ठीक पहले आप पालक, मेथी, गाजर और मूली जैसी कई फायदेमंद सब्जियों के बीज या पौधे लगाकर ताज़ी सब्जियों का आनंद ले सकते हैं.
अगर आप नया गार्डन तैयार कर रहे तो सबसे पहले ऐसी जगह चुननी चाहिए, जहां रोज़ाना कम से कम 5-6 घंटे सीधी धूप आती हो. सर्दियों की सब्ज़ियों को अच्छी ग्रोथ के लिए धूप बहुत ज़रूरी है. छत, बालकनी या खुली ज़मीन पर जहां पर्याप्त रोशनी हो, वहीं गमले या ग्रो बैग को रखें.
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शुरुआत में छोटे कंटेनर या ग्रो बैग का इस्तेमाल करें. सुनिश्चित करें कि गमलों में अतिरिक्त पानी निकलने के लिए पर्याप्त छेद हों. जल निकासी अच्छी होनी चाहिए, क्योंकि सर्दियों में ज़्यादा नमी से पौधों की जड़ें फंगस आ सकता है और जड़ें सड़ सकती हैं.
पौधों के लिए उपजाऊ और भुरभुरी मिट्टी तैयार करना महत्वपूर्ण है. मिट्टी, रेत और गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट को बराबर मात्रा में मिलाकर मिश्रण तैयार करें. यह मिश्रण पौधों की जड़ों को फैलने और पोषक तत्व आसानी से लेने में मदद करेगा. मिट्टी के इसी मिश्रण को गमलों में भर कर पौधे लगाएं.
सर्दी से पहले आप पालक और मेथी आसानी से उगा सकते हैं. अक्टूबर और नवंबर का महीना इनके बीज लगाने के लिए सबसे अच्छा है. ये पत्तेदार सब्जियां तेज़ी से ग्रोथ करती हैं और 20-25 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाते हैं. हरा धनिया भी इस समय लगाया जा सकता है.
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गाजर और मूली को भी सर्दी से पहले लगाया जा सकता है. इन्हें हमेशा सीधी बुवाई करें. ध्यान रखें कि इनकी अच्छी ग्रोथ के लिए गमले या ग्रो बैग कम से कम 10-12 इंच गहरे होने चाहिए, ताकि जड़ें आसानी से फैल सकें.
शुरुआती दौर में रासायनिक दवाओं के बजाय जैविक कीट नियंत्रण पर ध्यान दें. नीम ऑयल सबसे अच्छा विकल्प है. कीट नियंत्रण के इसका छिड़काव थोड़े दिन के अंतराल पर कर सकते हैं. पौधों को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन मिट्टी को केवल नम रखें, गीला नहीं. तेज़ हवा से पौधों को बचाने के लिए उन्हें दीवार के पास रखें.



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