नई दिल्ली : राजस्थान के सीकर में स्थित खाटू श्याम जी का भव्य मंदिर स्थित है। खाटू श्याम जी को हारे का सहारा, तीन बाण धारी और शीश का दानी आदि कई नामों से जाना जाता है। खाटू श्याम जी असल में घटोत्कच के पुत्र और भीम के पोते हैं, जिनका नाम बर्बरीक है।ऐसी भी मान्यता है कि खाटू श्याम जी के दर्शन मात्र से साधक पर उनकी कृपा बनी रहती है। अगर आप भी बाबा के दर्शन का मन बना रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें, ताकि आपको यात्रा का पूरा लाभ मिल सके।
अर्पित करें ये चीजें
खाटू श्याम मंदिर जाकर बाबा श्याम को गुलाब, इत्र, और नारियल आदि जरूर अर्पित करना चाहिए। इसके साथ ही आप बाबा खाटू श्याम को भोग के रूप में चूरमा, खीर या गाय के दूध से बनी मिठाई अर्पित कर सकते हैं, जो उनके प्रिय भोग माने गए हैं। इससे उनका आशीर्वाद आपके व आपके परिवार पर बना रहता है।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - कलमवीर अब दस्यु सरदार बन गए
इस जगह के भी करें दर्शन
जब भी आप खाटू श्याम मंदिर जाएं, तो श्याम कुंड में स्नान भी जरूर करें, जो खाटू श्याम मंदिर से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर है। माना जाता है कि इस कुंड में स्नान करने से साधक को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस कुंड को लेकर मान्यता है कि इसी स्थान पर बर्बरीक जी ने भगवान श्रीकृष्ण को अपने शीश का दान दिया था।
माना जाता है कि इस कुंड का पानी कभी खत्म नहीं होता, जिसका संबंध पाताल लोक से माना गया है। इस पवित्र कुंड पर स्नान करने के बाद मन्नत का धागा बांधने और नारियल चढ़ाने की भी परम्परा है।
घर लाएं ये चीजें
खाटू श्याम मंदिर से प्रसाद जरूर घर लेकर आएं और आसपास के लोगों में भी बांटें। इसके साथ ही मंदिर से मोर पंख, इत्र, और खाटू श्याम जी की मूर्ति या तस्वीर भी अपने घर ला सकते हैं, जो काफी शुभ माना गया है। इन्हें घर लाने से खाटू श्याम जी की कृपा की प्राप्ति होती है, साथ ही घर में सुख-समृद्धि, शांति और सकारात्मकता भी आती है।



Comments