छत्तीसगढ़ ने अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राज्य की नई पहचान बन चुका नवा रायपुर अब प्रदेश के नए विधानसभा भवन का गवाह बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इस भव्य और अत्याधुनिक भवन का उद्घाटन किया, जो पर्यावरण संरक्षण और परंपरा का अद्भुत संगम है।
ग्रीन बिल्डिंग की मिसाल
नवा रायपुर में बना नया विधानसभा भवन ग्रीन बिल्डिंग सिद्धांतों पर आधारित है। यह पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होगा और इसमें रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था भी की गई है। भवन इस तरह डिजाइन किया गया है कि प्राकृतिक रोशनी दिनभर अंदर बनी रहती है, बिजली न रहने पर भी यहां अंधेरा नहीं होता।
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51 एकड़ में फैला सांस्कृतिक प्रतीक
लगभग 51 एकड़ क्षेत्र में फैले इस विधानसभा भवन का निर्माण 324 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। वास्तुविद संदीप श्रीवास्तव के अनुसार, इसे राज्य की सांस्कृतिक पहचान और प्रगतिशील दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। पारंपरिक महलों की शैली में बने इस भवन में 13 आकर्षक गुंबद हैं, जिन पर धान की बालियों की उकेरी गई कलाकृतियां राज्य की कृषि समृद्धि का प्रतीक हैं।
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तीन वर्षों में साकार हुआ सपना
भवन की नींव अगस्त 2020 में रखी गई थी, और अगस्त 2022 में निर्माण कार्य शुरू हुआ। करीब तीन वर्षों में तैयार यह भव्य परिसर अब राज्य की नयी प्रशासनिक पहचान बन गया है। इसकी बनावट में राष्ट्रपति भवन की झलक दिखाई देती है, वहीं बस्तर और सरगुजा की पारंपरिक कला इसकी दीवारों को जीवंत बनाती है।
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भविष्य को ध्यान में रखकर बना ढांचा
वर्तमान में विधानसभा में 90 विधायकों की व्यवस्था है, पर नए भवन में 120 सदस्यों के बैठने की सुविधा रखी गई है ताकि भविष्य की जरूरतों को पूरा किया जा सके। भवन को तीन मुख्य ब्लॉकों — ए, बी और सी — में विभाजित किया गया है, जिनमें आधुनिक कार्यालय, सभागार और सहयोगी सुविधाएं शामिल हैं।
तीन ब्लॉकों की मुख्य विशेषताएं
ब्लॉक ए: सचिव, उप सचिव, समिति शाखाएं और प्रशासनिक कार्यालय।
ब्लॉक बी: विधानसभा सभागार, अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के कक्ष, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के कार्यालय, सेंट्रल हॉल, मेंबर्स लाउंज, रिपोर्टर ब्रांच और डाइनिंग एरिया।
ब्लॉक सी: मंत्रियों और विधायकों के कक्ष, साथ ही एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेदिक अस्पताल, रेलवे आरक्षण केंद्र, पोस्ट ऑफिस और बैंक जैसी सुविधाएं।
परिसर की अन्य प्रमुख विशेषताएं
500 लोगों की क्षमता वाला आधुनिक ऑडिटोरियम
संसद भवन की तर्ज पर तैयार सेंट्रल हॉल
हाईटेक लाइब्रेरी, कैबिनेट मीटिंग हॉल और आर्ट गैलरी
विधानसभा में पेपरलेस वर्क सिस्टम
जल और ऊर्जा संरक्षण की समग्र व्यवस्था
परिसर में पूर्व विधायकों के लिए भी बैठने की विशेष सुविधा



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