बिहार : मिशन बिहार पर आरा पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने महागठबंधन की आंतरिक स्थिति पर बड़ा प्रहार। उन्होंने कहा कि राजद और कांग्रेस के बीच अच्छे संबंध नहीं है। कांग्रेस नहीं चाहती थी कि राजद के तेजस्वी यादव को सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया जाए। लेकिन आरजेडी वालों ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर अपने नेता को सीएम फेस घोषित करवाया।
रविवार से पीएम मोदी का बिहार में धुआंधार चुनावी अभियान शुरू हो गया। पीएम छह नवम्बर तक लगभग हर दिन बिहार में या बिहार के लोगों के संपर्क में रहेंगे। आरा की रैली में पीएम ने कहा कि बिहार चुनाव में नामांकन वापस लेने से एक दिन पहले बिहार में बंद कमरे में गुंडागर्दी का खेल खेला गया। कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि सीएम पद पर राजद के नेता का नाम तय हो। लेकिन राजद ने भी मौका छोड़ा नहीं। राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर सीएम पद की चोरी कर ली। पहले कमरे में जबरन सब तय करवा लिया और फिर जबरदस्ती कांग्रेस से सीएम उम्मीदवार के समर्थन की घोषणा करवाई गई।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - कलमवीर अब दस्यु सरदार बन गए
पीएम ने कहा कि घोषणा पत्र बनाने में भी कांग्रेस की कुछ भी नहीं चली। चुनाव प्रचार में उनकी कोई पूछ नहीं हो रही है। चुनाव से पहले ही इतनी नफरत बढ़ गई है कि रिजल्ट के बाद ये एक दूसरे का सिर फोड़ने लगेंगे। ऐसे लोग बिहार का भला कभी नहीं कर सकते। एक तरफ एनडीए का सुशासन है और दूसरी तरफ जंगल राज का कुशासन। जंगलराज एक ऐसा अंधेरा था जिसने बिहार को खोखला कर दिया। राजद के जंगलराज की की पहचान इन चीजों से होती है- भय, कट्टा, क्रूरता, कुसंस्कार, कुशासन और करप्शन। सोशल मीडिया पर एक बिटिया का वीडियो देख रहा था। बेटी बोली कि यहां कुछ महीने के लिए राजद सरकार में शामिल हुई थी तो बिहार ने कुछ दिनों में ही जंगलराज का ट्रेलर देख लिया था।
पीएम ने कहा कि एनडीए के संकल्प पत्र में गांव की समृद्धि के लिए भी योजना बनाई गई है। बिहार के अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग फैसलें उगाई जाती हैं। बिहार में फूड पार्क का नेटवर्क बढ़ाया जाएगा। हमारी सरकार किसानों को किसान सम्मान निधि की 6000 देती है। बिहार की नई एनडीए सरकार अलग से 3000 देने वाली है। पशुपालकों की आदमदनी बढ़ाने के लिए मिल्क मिशन की घोषणा की गई है। एक समय था जब बिहार अपने लिए दूसरे राज्यों से मछली मंगवाता था। एनडीए सरकार की नीतियों की वजह से बिहार मछली दूसरे राज्यों को भेजता है और बेचता है। आप मछुआरों के लिए एक और खुशखबरी है। एनडीए ने जुब्बा सहनी मत्स्य पालक सहायता योजना के तहत उन्हें 9000 सालाना मदद देगी।



Comments