बेमेतरा टेकेश्वर दुबे : छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित रजत राज्योत्सव का तीन दिवसीय जिला स्तरीय आयोजन आज बेमेतरा जिला मुख्यालय के ऐतिहासिक बेसिक स्कूल मैदान में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि खाद्य मंत्री दयालदास बघेल रहे। उन्होंने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर समापन कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक बेमेतरा श्री दीपेश साहू, विधायक साजा ईश्वर साहू, रजत कर बोर्ड अध्यक्ष प्रहलाद रजक सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
राज्योत्सव में प्रदर्शनी बनी जिले की विकास यात्रा का आईना
समापन अवसर पर खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने विभागीय प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने पिछले तीन दिनों से चल रही प्रदर्शनी में शामिल विभिन्न विभागों के स्टॉलों का भ्रमण किया और बेमेतरा जिले में 25 वर्षों में हुए विकास कार्यों, योजनाओं और जनकल्याणकारी पहलों की जानकारी ली। प्रदर्शनी में जिला पंचायत, कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, ऊर्जा (क्रेडा), लोक निर्माण, नगरीय निकाय, जल संसाधन, महिला एवं बाल विकास, समाज कल्याण, वन, श्रम, जनसंपर्क विभाग सहित 30 से अधिक विभागों के स्टॉल लगाए गए थे, जिनमें जिले की उपलब्धियाँ आकर्षक ढंग से प्रदर्शित की गईं।
ये भी पढ़े : मुखिया के मुखारी - कलमवीर अब दस्यु सरदार बन गए
मंत्री बघेल बोले – “बेमेतरा जिले ने विकास और जनसेवा में दी नई दिशा”
समापन अवसर पर अपने उद्बोधन में खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने कहा कि बेमेतरा जिला आज छत्तीसगढ़ के अग्रणी जिलों में अपनी अलग पहचान बना चुका है। यहाँ के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और नागरिक समाज ने मिलकर जनकल्याणकारी योजनाओं को घर-घर तक पहुँचाने का उत्कृष्ट कार्य किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने 25 वर्षों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, ऊर्जा, सिंचाई, सड़क और सामाजिक क्षेत्र में अद्वितीय प्रगति की है। मंत्री ने आगे कहा कि राज्योत्सव का यह रजत पर्व केवल उत्सव नहीं बल्कि जनभागीदारी, विकास और संस्कृति का प्रतीक है। बेमेतरा ने इन तीनों क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने कलेक्टर श्री रणबीर शर्मा एवं समस्त प्रशासनिक टीम को सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
लोककला और संस्कृति के रंगों में रंगा राज्योत्सव
समापन अवसर पर स्थानीय कलाकारों और विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ की लोककला और परंपराओं पर आधारित मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। सुवा, करमा, पंथी और नाचा जैसे लोकनृत्यों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंच पर बच्चों एवं युवाओं ने देशभक्ति और राज्य गौरव पर आधारित गीत प्रस्तुत किए, जिससे पूरा परिसर छत्तीसगढ़ी संस्कृति से सराबोर हो गया।
तीन दिनों तक बेमेतरा में गूंजा विकास और संस्कृति का उत्सव
राज्योत्सव के तीनों दिनों में विभागीय प्रदर्शनी, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, स्थानीय उत्पादों की बिक्री, हितग्राही वितरण कार्यक्रम और पारंपरिक खेलों का आयोजन हुआ। नागरिकों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की। कार्यक्रम के अंत में विजेता संस्थाओं, कलाकारों और उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभागों को सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव का यह समापन कार्यक्रम बेमेतरा जिले की विकास यात्रा, सांस्कृतिक विरासत और जनता की सहभागिता का जीवंत प्रतीक बनकर यादगार रहा।



Comments