डिनर का टाइम बदलकर देखिए,शरीर में होंगे जादुई बदलाव

डिनर का टाइम बदलकर देखिए,शरीर में होंगे जादुई बदलाव

आज की बिजी लाइफस्टाइल में डिनर का समय फिक्स नहीं रहा है। ज्यादातर लोग 9 बजे के बाद या उससे भी देर से डिनर करते हैं। लेकिन अगर आप अपनी इस आदत में थोड़ा-सा बदलाव कर लें और 6-8 बजे के बीच डिनर करना शुरू कर दें, तो जानते हैं क्या होगा? 

दरअसल, जल्दी डिनर करने की आदत आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है और आपके शरीर में कई ऐसे बदलाव देखने को मिल सकते हैं, जो आपको हैरान कर देंगे। आइए जानें 6-8 बजे के बीच डिनर करने के फायदों के बारे में।

पाचन तंत्र में सुधार

रात का डिनर जल्दी करने से शरीर को सोने से पहले खाना पचाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। देर रात खाने से अपच, एसिडिटी और सीने में जलन की समस्या हो सकती है। 6-8 बजे के बीच डिनर करने से डाइजेस्टिव एंजाइम्स एक्टिव रहते हैं और खाना आसानी से पच जाता है।

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नींद की गुणवत्ता में सुधार

जब हम सोने से 2-3 घंटे पहले डिनर कर लेते हैं, तो शरीर रात में आराम और मरम्मत के काम पर फोकस कर पाता है। देर से खाने पर शरीर खाना पचाने में व्यस्त रहता है, जिससे नींद खराब होती है और इनसोम्निया की समस्या हो सकती है।

वजन मैनेज करने में मदद

शाम को जल्दी डिनर करने से शरीर को रात भर फास्टिंग में रहने का समय मिलता है। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार होता है और मेटाबॉलिक रेट बेहतर होती है। इसलिए जल्दी डिनर करने से वजन मैनेज करने में मदद मिलती है।

हार्मोनल बैलेंस

शाम 6-8 बजे के बीच डिनर करने से मेलाटोनिन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन्स का बैलेंस रहते हैं। यह शरीर की सर्केडियन रिदम को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे एनर्जी लेवल और मूड पर सकारात्मक असर पड़ता है।

ब्लड शुगर कंट्रोल

जल्दी डिनर करने से रात भर ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखने में मदद मिलती है। यह खासतौर से डायबिटीज के मरीजों या प्री-डायबिटीक स्थिति वाले लोगों के लिए फायदेमंद है। देर रात खाना खाने से सुबह उठने पर ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

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दिल के स्वास्थ्य में सुधार

नियमित रूप से जल्दी डिनर करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल और ब्लड प्रेशर पर पॉजिटिव असर देखा गया है। यह दिल की बीमारियों के जोखिम को कम करने में मददगार हो सकता है।

सावधानियां

हालांकि 6-8 बजे के बीच डिनर करना फायदेमंद है, लेकिन यह भी जरूरी है कि खाना हल्का और पौष्टिक हो। भारी, तली-भुनी या मसालेदार चीजें खाने से बचना चाहिए। साथ ही, डिनर के बाद थोड़ी हल्की चहलकदमी करना फायदेमंद रहता है।







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