रिलेशनशिप में बढ़ रहा Orbiting का ट्रेंड,टूट गया रिश्ता, पर आपके सोशल मीडिया पर रहती है उनकी पैनी नजर?

रिलेशनशिप में बढ़ रहा Orbiting का ट्रेंड,टूट गया रिश्ता, पर आपके सोशल मीडिया पर रहती है उनकी पैनी नजर?

ब्रेकअप के बाद हम सोचते हैं कि अब जिंदगी शांत हो जाएगी- न कॉल, न मैसेज, न बहस... लेकिन जनाब, सोशल मीडिया के जमाने में रिश्ते खत्म होने के बाद भी लोग आपकी दुनिया से पूरी तरह गायब नहीं होते। कभी सोचा है कि जो इंसान आपकी जिंदगी से निकल चुका है, वो आपकी हर स्टोरी सबसे पहले कैसे देख लेता है?

आपकी नई फोटो पर तुरंत ‘लाइक’ कौन करता है और कौन आपकी रील्स पर चुपके से नजर डालकर बिना एक शब्द कहे आगे बढ़ जाता है? ये कोई इत्तेफाक नहीं… बल्कि रिलेशनशिप की दुनिया का नया ट्रेंड है- Orbiting, जिसमें रिश्ता खत्म हो जाता है, पर नजरें नहीं।

क्या होता है Orbiting?

ऑर्बिटिंग का मतलब है– रिश्ता खत्म होने के बाद भी कोई व्यक्ति आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स के ‘ऑर्बिट’ में बना रहता है। यानी वह सीधे आपसे बात नहीं करता, लेकिन आपकी पोस्ट्स लाइक करता है, स्टोरीज चुपचाप देखता है और कभी-कभी रील्स पर रिएक्ट भी कर देता है। यह ऐसा है जैसे वह आपकी जिंदगी से गया जरूर है, लेकिन आपके ऑनलाइन स्पेस से जाना नहीं चाहता।

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क्यों बढ़ रहा है यह ट्रेंड?

आज के समय में लोग अपने इमोशन्स को संभालने की जगह सोशल मीडिया के जरिए जुड़े रहना आसान समझते हैं। कई लोग यह जानना चाहते हैं कि ब्रेकअप के बाद आप कैसे हैं- क्या कर रहे हैं, किसके साथ हैं, आपने आगे बढ़ा या नहीं। अक्सर यह सब बिना किसी बातचीत के, सिर्फ ‘ऑनलाइन नजर’ के जरिए होता है। कुछ लोग 'ईगो' के चलते भी ऑर्बिटिंग करते हैं- उन्हें लगता है कि वे आपकी लाइफ से भले ही चले गए हों, लेकिन आप उन्हें अभी भी नोटिस करते रहें।

ऑर्बिटिंग का मन पर क्या असर पड़ता है?

ऑर्बिटिंग सिर्फ एक डिजिटल हरकत नहीं है, यह मानसिक उलझन भी पैदा कर सकती है।

  1. आप सोचते रहते हैं कि वह आपकी हर पोस्ट क्यों देख रहा है।
  2. क्या उसे अब भी फर्क पड़ता है?
  3. क्या वह वापस आना चाहता है?
  4. या सिर्फ आपकी लाइफ पर नजर रखना चाहता है?

इन सवालों के कारण ब्रेकअप से हील होने में वक्त लग सकता है। आप आगे बढ़ना चाहते हैं, लेकिन उसकी मौजूदगी आपकी स्क्रीन पर बार-बार याद दिलाती रहती है।

क्या यह किसी तरह का ‘Mixed Signal’ है?

कई बार ऑर्बिटिंग सिर्फ आदत होती है, कोई इरादा नहीं। लोग अनजाने में भी स्टोरीज देख लेते हैं या फॉलो करना नहीं छोड़ते। लेकिन कुछ मामलों में यह संकेत होता है कि वे पूरी तरह छोड़ नहीं पा रहे। फिर भी, जब तक सामने वाला साफ तौर पर बात न करे, ऑर्बिटिंग को किसी बड़े इमोशनल मैसेज की तरह नहीं लेना चाहिए।

इस स्थिति से कैसे निपटें?

अगर ऑर्बिटिंग आपको परेशान कर रहा है, तो कुछ कदम मदद कर सकते हैं-

  1. सोशल मीडिया पर ब्राउंड्रीज सेट करें।
  2. जिनकी नजर से आप बचना चाहते हैं, उन्हें रिस्ट्रिक्ट या म्यूट करें।
  3. खुद को बार-बार याद दिलाएं कि ऑनलाइन एक्टिविटी हमेशा असल इमोशन नहीं होती।
  4. अपने हीलिंग प्रोसेस पर ध्यान दें, न कि उनकी ऑनलाइन मौजूदगी पर।

क्या होता है नतीजा?

ऑर्बिटिंग आज के रिश्तों का नया, चुपचाप बढ़ता हुआ ट्रेंड है। यह किसी की डिजिटल आदत भी हो सकती है और किसी की अधूरी भावनाएं भी, लेकिन असली बात यह है कि आप अपने मानसिक संतुलन और शांति को प्राथमिकता दें। रिश्ता टूट चुका है और अब वक्त है कि आप आगे बढ़ें, चाहे कोई आपकी स्टोरी देखे या नहीं।







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