नई दिल्ली : पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदू छात्राओं पर मतांतरण का दबाव बनाया जा रहा है। सिंध के मीरपुर सकरो स्थित सरकारी हाई स्कूल की कुछ हिंदू छात्राओं के अभिभावकों ने बताया कि स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने कथित तौर पर हिंदू छात्राओं को पढ़ाई जारी रखने के लिए इस्लाम धर्म अपनाने के लिए कहा था। इसे लेकर लोगों में आक्रोश है।
अभिभावकों ने आरोप लगाया कि छात्राओं को कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। उनका आरोप है कि कलमा पढ़ने से इन्कार करने पर छात्राओं को घर भेज दिया गया। इसे लेकर सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। धार्मिक मामलों के राज्य मंत्री ने गुरुवार को सीनेट को बताया कि प्रांतीय शिक्षा मंत्री ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
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सिंध के शिक्षा मंत्री सैयद सरदार अली शाह के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि मीरपुर सकरो का दौरा करने और सच्चाई का पता लगाने के लिए एक समिति का गठन किया गया है।उन्होंने शुक्रवार को कहा, ''समिति के सदस्यों ने पहले ही प्रभावित छात्रों, अभिभावकों, प्रधानाध्यापिका और अन्य शिक्षकों के बयान दर्ज कर लिए हैं।''उन्होंने कहा कि किसी को भी मतांतरण के लिए दबाव या धमकी देने की अनुमति नहीं है। सिंध प्रांत में हिंदुओं की सबसे अधिक आबादी है। इनमें से अधिकांश निम्न आय वर्ग से हैं।

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