नई दिल्ल: शनिवार को इंडिगो की बड़ी संख्या में उड़ानें रद होने से देशभर के हवाईअड्डों पर अफरा-तफरी मच गई। हजारों यात्री घंटों फंसे रहे, कई लोग रो पड़े, कई गुस्से में विरोध करते दिखेऔर कई को खाने-पीने तक की सुविधा नहीं मिली। पायलट ड्यूटी समय के नियमों और रोस्टर की गड़बड़ी से एयरलाइन की हालत और बिगड़ती गई।
शनिवार को मुंबई एयरपोर्ट पर एक विदेशी महिला गुस्से में इंडिगो काउंटर पर चढ़ गई। उसका कहना था कि उसकी फ्लाइट रद कर दी गई लेकिन कोई मदद नहीं मिल रही।अहमदाबाद में आधी रात से सुबह 6 बजे के बीच 7 आने वाली और 12 जाने वाली फ्लाइटें रद हुईं। वहां यात्रियों की लंबी कतारें लग गईं।
DGCA ने लिया एक्शन
DGCA ने पायलटों के नए ड्यूटी नियम (FDTL) पर रोक लगा दी है, लेकिन फिर भी देरी और रदीकरण जारी रहे। अहमदाबाद में माहिरशी जानी नाम के यात्री रो पड़े। उनका कहना था कि वे 'स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2025' में प्रस्तुति देने जा रहे थे, लेकिन उड़ान रद होने से सब बिगड़ गया।अधिकतर हवाईअड्डों पर यात्रियों को दूसरी फ्लाइट तक नहीं मिल पा रही थी और सहायता केंद्र भी भीड़ से जाम हो गए थे। इंडिगो ने माफी मांगते हुए कहा है कि सभी रिफंड अपने-आप प्रोसेस होंगे।
पीटीआई के अनुसार, शनिवार को इंडिगो ने 400 से ज्यादा उड़ानें रद कीं। बेंगलुरु में 124, मुंबई में 109, दिल्ली में 106 और हैदराबाद में 66 फ्लाइटें रद हुईं। ये दिक्कतें पायलट रोस्टर की समस्याओं के कारण पूरे हफ्ते भर बनी रहीं।
इधर, एविएशन मंत्रालय ने कुछ एयरलाइनों द्वारा ज्यादा किराया वसूलने की शिकायतों पर कड़ा रुख अपनाया। सरकार ने साफ कहा कि किसी भी तरह का अवसरवादी कीमत बढ़ाना बर्दाश्त नहीं होगा। अब प्रभावित रूटों पर किराया तय सीमा में ही रखा जाएगा, जब तक स्थिति सामान्य न हो जाए।
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दिल्ली-मुंबई में 200 से ज्यादा उड़ानें रद्द
दिल्ली और मुंबई में ही 200 से ज्यादा इंडिगो फ्लाइटें रद रहीं। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि यह मामला अनदेखा नहीं छोड़ा जाएगा। सरकार ने जांच के लिए एक समिति बना दी है और कहा है कि जल्द स्थिति सामान्य करने पर फोकस है।
तिरुवनंतपुरम में 6 फ्लाइटें रद हुईं, अहमदाबाद में भी कई उड़ानें प्रभावित रहीं। मुंबई और चेन्नई में यात्रियों की भारी भीड़ दिखी, कई घंटों तक लोग विमान का इंतजार करते रहे। पुणे में 14 आगमन और 28 प्रस्थान उड़ानें रद रहीं।
एक दिन में एक हजार से ज्यादा फ्लाइटें रद
इंडिगो, जो देश की दो-तिहाई घरेलू उड़ानों को संचालित करती है उसने शुक्रवार को ही एक हजार से ज्यादा फ्लाइटें रद की थीं। DGCA ने आपात राहत देते हुए पायलट ड्यूटी नियमों में अस्थायी ढील दी है। इंडिगो ने कहा कि 5 से 15 दिसंबर के बीच किए गए बुकिंग के लिए पूरा रिफंड दिया जाएगा।
दिल्ली एयरपोर्ट पर सूटकेसों का ढेर लगा दिखा और कई यात्री जमीन पर सोते नजर आए। कई लोगों ने बताया कि 12-14 घंटे तक न खाना मिला, न कोई स्पष्ट जानकारी। हैदराबाद, गोवा और चेन्नई एयरपोर्ट पर भी यात्रियों का गुस्सा फूटा।
एयरलाइन ने माना कि उसने नए नियमों के हिसाब से पायलटों की जरूरत का गलत अनुमान लगाया, जिससे स्टाफ की कमी हो गई। नए FDTL नियमों में रात की ड्यूटी का समय बढ़ाना और साप्ताहिक आराम बढ़ाना शामिल था। अब DGCA ने इन्हें अस्थायी रूप से रोक दिया है, लेकिन इससे पायलट यूनियन नाराज है।
इंडिगो ने कहा है कि अगले 2-3 दिनों तक रदीकरण जारी रहेंगे। 8 दिसंबर से वह अपनी उड़ानें कम कर देगी ताकि स्थिति संभाली जा सके। CEO पीटर एल्बर्स ने कहा कि ऑपरेशन सामान्य करना आसान लक्ष्य नहीं है।
इंडिगो की दोबारा माफी
एयरलाइन ने कहा कि उसकी टीम DGCA, मंत्रालय और हवाईअड्डों के साथ मिलकर स्थिति सुधारने की कोशिश कर रही है। मुंबई में ही शनिवार को 109 फ्लाइटें रद रहीं। डिजीसीए ने इंडिगो को रात की ड्यूटी और लैंडिंग से जुड़े नियमों में अस्थायी छूट दी है, जिस पर पायलट यूनियन ने कड़ा एतराज जताया।

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