07 दिसंबर का मंगल देव का धनु राशि में गोचर एक गतिशील परिवर्तन माना जा रहा है। यह समय मानसिक शक्ति को बढ़ाता है। धनु, जो बृहस्पतिदेव की राशि है, मंगलदेव की ऊर्जा को और फैलाने का काम करता है। इस दौरान सीखने, यात्रा करने और आध्यात्मिक विकास की प्रेरणा बढ़ती है। लोग अपने निजी और पेशेवर लक्ष्यों की दिशा में अधिक सक्रिय हो सकते हैं। यह गोचर पुराने डर हटाकर आगे बढ़ने का हिम्मत देता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि मंगल गोचर का धनु से मीन राशि के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है?
धनु
मंगलदेव प्रथम भाव में गोचर कर रहे हैं। यह समय आत्मविश्वास, ऊर्जा और नेतृत्व क्षमता बढ़ाता है। आप खुद को नई दिशा देने का निर्णय ले सकते हैं। दृष्टि प्रभाव से चतुर्थ, सप्तम और अष्टम भाव भी सक्रिय होंगे। इनसे रिश्तों, भावनाओं और जीवन के गहरे अनुभवों में बदलाव दिख सकता है।
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उपाय: रोज सूर्यदेव को जल दें। जल्दबाजी से बचें।
मकर
मंगलदेव द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। यह भाव आत्मचिंतन, खर्च और आध्यात्मिक उपचार से जुड़ा है। आप अपने लिए शांत समय निकालना चाहेंगे। दृष्टि प्रभाव से तृतीय, छठे और सप्तम भाव प्रभावित होंगे। इससे संवाद, स्वास्थ्य और रिश्तों में सुधार संभव है।
उपाय: कंबल दान करें। खर्च पर नियंत्रण रखें।
कुंभ
मंगलदेव एकादश भाव में गोचर कर रहे हैं। यह भाव लाभ, मित्रता और दीर्घकालिक लक्ष्य का क्षेत्र है। आप अपने लक्ष्यों को दृढ़ता से प्राप्त कर सकते हैं। दृष्टि प्रभाव से द्वितीय, पंचम और छठे भाव पर असर होगा। इससे धन, क्रिएटिविटी और कार्य क्षमता में सुधार दिख सकता है।
उपाय: रोज पक्षियों को दाना डालें। कठोर शब्दों से बचें।
मीन
मंगलदेव दशम भाव में गोचर कर रहे हैं। यह भाव करियर, प्रतिष्ठा और नेतृत्व से जुड़ा है। बड़े पेशेवर लक्ष्य पूरे करने की प्रेरणा बढ़ सकती है। दृष्टि प्रभाव से प्रथम, चतुर्थ और पंचम भाव भी प्रभावित होंगे। इससे हिम्मत, भावनात्मक समझ और क्रिएटिविटी में वृद्धि हो सकती है।
उपाय: देवता को लाल फूल चढ़ाएं। फैसलों में संयम रखें।

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