दुनिया भर में कई अनोखे देश हैं जो कि अपने अनोखे कानूनों के लिए जाने जाते हैं। हर देश के अपने अलग और अनोखे नियम हैं जिनका पालन करना वहां के नागरिकों को अनिवार्य होता है।ऐसा ही एक देश है जहां का नियम है कि, वहां केवल सफेद रंग की ही कारें चल सकती हैं और किसी रंग की नहीं। क्या आपको पता है कि, ऐसा कौन सा देश है ? यदि आपको नहीं मालूम है तो आज हम आपको इसी देश के बारे में बताने वाले हैं। ये पूरा शहर सफेद संगमरमर से जगमगाता है, जिससे इसे वैश्विक स्तर पर 'सफेद संगमरमर का शहर' का खिताब मिला है।
गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी है शुमार
दुनिया के इस अकेले देश में इमारतों से लेकर फुटपाथों और सार्वजनिक स्थलों तक, लगभग हर चीज़ इसी चमकदार पत्थर से बनी है। ये जगह कई मायनों में उल्लेखनीय है; यह दुनिया के सबसे महंगे शहरों में शुमार है और अपनी अद्भुत संगमरमर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। हर की आकर्षक बनावट ने इसे सफेद संगमरमर के व्यापक उपयोग के लिए गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी जगह दिलाई है।
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संगमरमर का शहर
सफ़ेद संगमरमर से बनी इस जगह पर 2000 के बाद, एक बड़े पुनर्विकास कार्यक्रम के तहत 550 से ज़्यादा नई संगमरमर की इमारतों का निर्माण किया गया। सफेद पत्थरों की विशाल मात्रा के कारण, दिन भर सूरज की रोशनी सतहों से परावर्तित होती रहती है, जिससे धूप का चश्मा पहनना लगभग जरूरी हो जाता है, यहां तक कि आसमान में बादल छाए रहने पर भी।
सफेद कारों का नियम क्या कहता है
ये देश और कोई नहीं बल्कि तुर्कमेनिस्तान है जहां की राजधानी अश्गाबात में 2018 में केवल सफेद रंग की कारों की अनुमति वाला एक नियम लागू किया गया था। इस नियम को तत्कालीन राष्ट्रपति गुरबांगुली बर्दीमुहामेदोव ने लागू किया था, जिन्हें सफ़ेद रंग से गहरा लगाव था। जो संभवतः उनके डेंटिस्ट होने के अनुभव से जुड़ा था। उनकी यह पसंद जल्द ही शहर भर में एक निर्देश बन गई। न केवल यहां इमारतें सफेद रंग हैं, बल्कि कारों का रंग भी उसी रंग का होना चाहिए। केवल सफ़ेद, सिल्वर और सफेद जैसे रंगों की ही अनुमति है। काली या किसी अन्य रंग की कार खरीदना या रखना सख्त मना है। पुलिस शहर के रंग नियमों का पालन न करने वाले किसी भी वाहन को तुरंत जब्त कर लेती है। मालिकों पर भारी जुर्माना लगाया जाता है और कारों को तब तक जब्त कर लिया जाता है जब तक कि उन्हें दोबारा रंगा नहीं जाता या कानूनी जरूरतें पूरी नहीं हो जातीं।
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इस देश में एक और नियम है, यहां प्रतिबंध सिर्फ वाहनों तक ही सीमित नहीं हैं। सार्वजनिक विज्ञापन, सजावट और यहां तक कि शहर के विभिन्न डिजाइन तत्वों को भी अश्गाबात के विशिष्ट श्वेत सौंदर्यबोध के अनुरूप होना चाहिए। इसके आलीशान होटल, सरकारी परिसर, मॉल और पार्क की वास्तुकला और आंतरिक सज्जा इतनी बेदाग और चमकदार है कि कोई पलक झपकाने की हिम्मत ही नहीं करता।

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