कवर्धा : कवर्धा में लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं का उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में तीव्र गति से विस्तार हो जा रहा है। जिसका परिणाम है कि जिला अस्पताल में लगातार प्रसवों की संख्या में इजाफा हुआ है। लोगों का विश्वास भी जिला अस्पताल कवर्धा पर बढ़ा है, जिसका अनुमान इससे लगाया जाता है कि कवर्धा में आस पास के जिलों खैरागढ़-छुईखदान-गंडई, बेमेतरा, मुंगेली के साथ साथ मध्यप्रदेश के मंडला और बालाघाट जिले से भी मरीज उपचार के लिए कवर्धा आ रहे हैं। जिससे लगातार जिला अस्पताल में प्रसवों की संख्या में इजाफा हुआ है, हर माह में विगत वर्षों में हुए प्रसवों की संख्या से तुलना की जाए तो हर माह के औसत में 50 प्रतिशत तक इजाफा देखा गया है। हर माह जहां औसत प्रसवों की संख्या जहां 230 से 240 के आस पास रहा करती थी, वह बढ़कर 380 से 390 पहुंच गई है और इसमें अक्टूबर 2025 में सर्वाधिक इजाफा देखा गया था जहां अस्पताल खुलने से अब तक एक माह में सर्वाधिक 413 प्रसव दर्ज किए, वहीं नबम्बर 2025 में भी 400 प्रसव हुए हैं।
इस संदर्भ में जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ केशव ध्रुव ने बताया कि उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के मार्गदर्शन में जिला चिकित्सालय में लगातार सुविधाओं का विस्तार किया गया है। यहां चिकित्सकों की नियुक्ति से लेकर नवीन उपकरण, लैब, भवन की सुविधा प्रदान की गई है। जिससे लोगों को लाभ प्राप्त हो रहा है। जिला अस्पताल में प्रसवों की बढ़ती संख्या मुख्य रूप से लोगों के बढ़ते हुए विश्वास को दर्शाता है। यहां लगातार आधारभूत सुविधाओं का विस्तार, नवीन अत्याधुनिक सुविधाएं, महिला रोग विशेषज्ञों की उपलब्धता से यह संभव हो पाया है। विभाग प्रमुख डॉ जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में लगातार प्रसव कराया जा रहा है। इसमें जिला अस्पताल में जनवरी 2025 से अब तक रात्रि कालीन सिजेरियन ऑपरेशन में राज्य में प्रथम स्थान जिला चिकित्सालय कबीरधाम को प्राप्त हुआ है जहां अब तक कुल 1331 सफल ऑपरेशन किए गए हैं।
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जिला अस्पताल कवर्धा में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले से प्रसव हेतु आई रवीना के पति राजकुमार टंडन ने बताया कि गंडई में जब वे उपचार करा रहे थे तो चिकित्सकों ने बताया की उनका प्रसव सामान्य रूप से करना संभव नहीं है तो हमने उनसे पूछा कि क्या हम किसी बड़े शहर में उपचार के लिए जाएं तो चिकित्सकों ने ही उन्हें कवर्धा में बेहतर उपचार के संबंध में जानकारी दी। जिसके बाद हम यहां आए और यहां हमें बेहतर उपचार भी प्राप्त हुआ है। इसी प्रकार गंडई की जितेंद्री पटेल के पति विजय कुमार पटेल ने बताया कि उन्हें भी गंडई से बेहतर उपचार के लिए कवर्धा रिफर किया गया था, यहां के उपचार से पत्नी और बच्चा दोनों अब स्वस्थ हैं, उन्होंने इसके लिए शासन का आभार जताया।खैरागढ़ की सीमा जंघेल की बहन सीता जंघेल ने बताया कि प्रसव पीड़ा के दौरान जब उन्होंने चिकित्सकों से जांच कराई तो चिकित्सकों ने उन्हें सीजर द्वारा ही प्रसव कराने की सलाह दी और उन्हें बेहतर व्यवस्था और उपचार के लिए कवर्धा जिला अस्पताल में उपचार की सलाह दी। यहां आकर हमें बेहतर उपचार के साथ अस्पताल के कर्मचारियों का भी पूरा सहयोग प्राप्त हुआ।
बेमेतरा के ग्राम बहार से प्रसव के लिए आई राजकुमारी सिन्हा के पति हेमलाल सिन्हा ने बताया कि उन्हें जब गर्भ के बारे में पता चला वे बहुत खुश थे, चिकित्सकों द्वारा जांच कर हमें सामान्य प्रसव ना होने की जानकारी दी गयी, जहां हमें मितानिन दीदी द्वारा बड़े शहरों के महंगे उपचार की जगह जिला अस्पताल कवर्धा में कम खर्च में बेहतर प्रसव सुविधाओं के बारे में बताया गया। हेमलाल ने बताया कि हम 3 दिन से यहां हैं और ऑपरेशन के उपरांत बच्चा और माता दोनों ही पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। हमें पूरे स्टाफ से बहुत अच्छा सहयोग भी प्राप्त हुआ है।
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले से प्रसव हेतु आये अनिता एवं उनके पति राजकुमार ने बताया कि हमने जब चिकित्सकों से स्वास्थ्य जांच कराई तो उन्होंने सामान्य प्रसव न होने की जानकारी दी जिसपर हम बहुत चिंतित थे चिकित्सकों ने हमारे आस पास कहीं भी अच्छी प्रसव सुविधा ना होने से हमें बड़े शहरों में तुरंत जाने की सलाह दी तब हमें अपने रिश्तेदारों से कवर्धा जिला अस्पताल में बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा की जानकारी दी गयी थी, जिसके बाद हम कवर्धा आये यहां हमें बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त हुई और कम दाम में उचित उपचार भी मिला जिसके लिए हम शासन के आभारी हैं।

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