वाशिंगटन : गुरुवार को प्रकाशित न्यूयॉर्क स्थित थिंक टैंक गेटस्टोन इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने पूर्व पीएम शेख हसीना को सत्ता से हटाए जाने के बाद की स्थिति का फायदा उठाकर इस्लामी कट्टरपंथियों, जिहादियों और आतंकवादियों को सक्रिय कर दिया है।
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इसके परिणामस्वरूप धार्मिक अल्पसंख्यकों विशेषकर हिंदुओं, महिलाओं और धर्मनिरपेक्ष आवाजों के खिलाफ हिंसा में वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अंतरिम सरकार ने अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार कट्टरपंथी समूहों को सक्रिय रूप से समर्थन दिया है।
रिपोर्ट में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि ट्रंप प्रशासन को कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी जमात-ए-इस्लामी को आधिकारिक तौर पर एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित करना चाहिए और यूनुस को जवाबदेह ठहराने के लिए कदम उठाने चाहिए।

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