बिलासपुर : महिला संबंधी अपराध के एक गंभीर मामले में सरकंडा थाना पुलिस ने सोशल मीडिया के माध्यम से महिला को प्रताड़ित करने वाले आरोपी को त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने फेसबुक पर खुद को तहसीलदार बताकर महिला से दोस्ती की और बाद में बातचीत बंद होने पर बदनाम करने की साजिश रच डाली।
पुलिस के अनुसार वर्ष 2022 में पीड़िता की पहचान फेसबुक के माध्यम से आशुतोष उपाध्याय, निवासी मुलमुला जिला जांजगीर-चांपा से हुई थी। आरोपी ने स्वयं को मुंगेली का तहसीलदार बताकर विश्वास में लिया और मोबाइल फोन के जरिए लगातार बातचीत करता रहा। कुछ समय बाद जब पीड़िता ने बातचीत से मना किया तो आरोपी अलग-अलग नंबरों से कॉल कर दबाव बनाने और अश्लील बातचीत करने लगा।
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पीड़िता द्वारा नंबर ब्लॉक किए जाने से नाराज आरोपी ने 3 अक्टूबर 2025 को जयंती भट्टाचार्य के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई। आईडी के माध्यम से पीड़िता का फोटो और मोबाइल नंबर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया, जिसके बाद पीड़िता को विभिन्न अज्ञात नंबरों से आपत्तिजनक कॉल आने लगे। इससे पीड़िता को मानसिक प्रताड़ना और सामाजिक बदनामी का सामना करना पड़ा।
घटना से आहत पीड़िता ने 26 दिसंबर 2025 को थाना सरकंडा में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट पर बीएनएस की धारा 74, 79, 351(2), 204 तथा आईटी एक्ट की धारा 67, 67(ए), 66(सी) में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तत्काल अवगत कराया गया। निर्देश के बाद तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर विशेष टीम गठित की गई, जिसने आरोपी को ग्राम मुलमुला, जिला जांजगीर-चांपा से हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपराध स्वीकार किया, जिसके बाद उसे विधिवत गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी जब्त किया है। आरोपी को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय में पेश कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि महिला संबंधी अपराधों में किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जाएगी और ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई जारी रहेगी।

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