महासमुंद : जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत बेमचा शासकीय उच्च. माध्य. शाला में पदस्थ शिक्षिका किरण पटेल ने शासकीय शिक्षक नहीं होने और बीपीएल राशन कार्डधारी होने का झूठा घोषणापत्र भरकर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा कर शासन से धोखाधड़ी कर योजना का अनुचित लाभ लिया है। उक्त शिक्षिका के खिलाफ शिकायतकर्ता पंकज साहू ने कार्रवाई की मांग है। समाजसेवी व आरटीआई एक्टिविस्ट पंकज साहू ने उक्त शिक्षिका के कृत्य का सप्रमाण शिकायत मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा विभाग छ.ग. शासन नवा रायपुर, संचालक लोक शिक्षण संचालनालय, कलेक्टर महासमुंद तथा जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र प्रेषित कर की है।

पूर्व पार्षद साहू ने शिक्षिका को बर्खास्त कर उनके विरूद्ध एफआईआर करने की मांग की है। साहू ने विज्ञप्ति में बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 65 वर्ष से अधिक उम्र के वृद्धजनों हेतु छग. शासन द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। जिसके लिए दिशा निर्देश व परिपत्र जारी किया गया है। जिसके तहत समाज कल्याण विभाग द्वारा पात्र नागरिकों को योजना के तहत तीर्थ यात्रा करवाया जाता है। विगत 27 से 31 अक्टूबर तक महासमुंद जिला से प्रयाग राज, काशी विश्वनाथ, हनुमान मंदिर यात्रा पर समाज कल्याण विभाग द्वारा नागरिकों को भेजा गया। उक्त तीर्थ दर्शन योजना में नगरीय क्षेत्र महासमुंद से शासकीय सेवा में संलग्न किरण पटेल व्याख्याता एल बी शासकीय उच्च माध्य. शाला बेमचा द्वारा स्वयं एवं अपने पति तथा मौसी एवं अन्य रिश्तेदारों को अपात्र होने के बावजूद तीर्थ यात्रा योजना का अनुचित लाभ दिलवाया और स्वयं को बीपीएल श्रेणी की सूची में फर्जी रूप से नाम जुड़वाकर मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना हेतू आवेदन के साथ संलग्न घोषणा पत्र के बिंदु 5 में स्वयं को वर्तमान में शासकीय सेवक नहीं होने का उल्लेख किया गया।
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घोषणा पत्र में हस्ताक्षर कर सत्यापित किया गया है। जबकि वर्तमान में किरण पटेल बेमचा स्कूल में व्याख्याता के पद पर पदस्थ हैं, और यह जानते हुए कि तीर्थ योजना में कोई भी शासकीय सेवक अथवा 60 वर्ष से कम आयु के लोगों को योजना का लाभ लेने की पात्रता नहीं है, फिर भी उनके द्वारा स्वयं को फर्जी बीपीएल श्रेणी के होने और वर्तमान में शासकीय सेवक नहीं होने का फर्जी शपथ पत्र (घोषणा पत्र) प्रस्तुत कर अनुचित लाभ लिया गया और शासन के साथ धोखाधड़ी किया गया है।

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