रायगढ़ : प्रदेश के उन क्षेत्रों को भी रेल कनेक्टिविटी से जोड़ा जा रहा है, जहां इसकी शुरुआत ही नहीं हो सकी है। केंद्र सरकार ने खरसिया से परमलकसा तक 5 वीं और 6 वीं रेल लाइन बिछाई जानी है। इसमें बलौदाबाजार वाला क्षेत्र भी रेल से कनेक्ट हो जाएगा। 278 किमी रेल मार्ग के लिए 8641 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति की बैठक में रेलवे की महत्वपूर्ण परियोजना को मंजूरी दी गई। छत्तीसगढ़ में खरसिया से नया रायपुर होते हुए परमलकसा 5 वीं एवं 6 वीं लाइन बिछाई जाउगी। यह लाइन कोयला, सीमेंट और स्टील कारोबार को नई ऊंचाई देगा। अभी खरसिया से सक्ती, चांपा होते हुए बिलासपुर या कोरबा की ओर लाइन मुड़ती है। नई लाइन से कुछ नए जिले रेल लाइन से जुड़ जाएंगे और व्यापार को लाभ मिलेगा।
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बलौदाबाजार के बीच से होते हुए यह लाईन मंदिर हसौद, नया रायपुर पहुंचेगी। यहां से राजनांदगांव के पहले परमलकसा से जुड़ जाएगी। बलौदा बाजार जैसे क्षेत्रों को सीधी रेलवे कनेक्टिविटी मिलेगी तो इसका अप्रत्यक्ष लाभ सारंगढ़-बिलाईगढ़ को भी मिलेगा। महासमुंद जिले का कुछ भाग भी इससे लाभान्वित होगा, जिससे सीमेंट संयंत्रों, इस्पात इकाइयों और अन्य औद्योगिक निवेश के लिए आधारभूत संरचना तैयार होगी। रायपुर होकर महाराष्ट्र जाने के लिए अभी रायगढ़ से एक ही रूट है। नई लाइन बन जाने से दूसरा विकल्प भी होगा। माल ढुलाई की लागत घटेगी, संचालन की गति बढ़ेगी और उद्योगों को निर्बाध सप्लाई चेन मिलेगी।
कहां से मुड़ सकती है रेल लाईन
वर्तमान में रायगढ़ से खरसिया, सक्ती होते हुए बिलासपुर तक पुरानी लाइन है। नई रेल लाइन खरसिया या रॉबर्टसन के पास से मुड़कर नई दिशा में बिछेगी। संभव है कि इसे शिवरीनारायण की ओर से होकर ले जाया जाएगा। रायपुर में मंदिर हसौद, नया रायपुर होकर यह मुख्य लाइन में प्रवेश करेगी। रायपुर के बाद राजनांदगांव परमलकसा तक इसे बढ़ाया जाएगा। 278 किमी लंबे रेलमार्ग में 21 स्टेशन होंगे। इसके अलावा 48 बड़े पुल, 349 छोटे पुल, 14 आरओबी, 184 आरयूबी, 5 रेल फ्लाईओवर बनाए जाएंगे ताकि ट्रैफिक आसान रहे।
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