शिष्य से पहले गुरु की पूजा करने से केसरी नंदन जल्दी प्रसन्न होंगे, सभी अधूरे काम पूरे होंगे

शिष्य से पहले गुरु की पूजा करने से केसरी नंदन जल्दी प्रसन्न होंगे, सभी अधूरे काम पूरे होंगे

हनुमान जयंती 12 अप्रैल 2025 शनिवार को है। आप भी घर में सकारात्मक ऊर्जा चाहते हैं और जीवन के संकटों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो हनुमान जी से पहले उनके गुरु सूर्य नारायण की पूजा करें।

शिष्य से पहले गुरु की पूजा करने से केसरी नंदन जल्दी प्रसन्न होंगे, आपके सभी अधूरे काम पूरे होंगे।

  सूर्य देव के बाद हनुमान जी की पूजा करने से घर में धन और संपत्ति की वृद्धि होती है। यह घर के आर्थिक पक्ष को मजबूत करती है और किसी प्रकार की कठिनाई से निपटने की क्षमता को भी बढ़ाती है। सूर्य के साथ जुड़ी कोई भी पूजा या साधना विशेष रूप से मानसिक शांति और शक्ति देती है। सूर्य देव और हनुमान जी की पूजा करते वक्त उनके मंत्रों का जाप करें। विशेष रूप से सूर्य देव के मंत्र "ॐ सूर्याय नमः" का जाप करें। इसके अतिरिक्त हनुमान जी के मंत्र "ॐ हं हनुमते नमः" का जाप करना लाभकारी रहेगा।

  हनुमान जयंती के दिन राशि अनुसार कुछ उपाय जरुर करें। ये उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी हैं, जो किसी भी प्रकार के मानसिक दबाव, निराशा या आत्म-संकोच से गुजर रहे हैं। हनुमान जयंती के दिन सूर्य पूजा का प्रभाव घर के माहौल को शांत और सकारात्मक बना देता है। सूर्य देव की पूजा विशेष रूप से मानसिक शक्ति और आत्मविश्वास को बढ़ाने में योगदान देती है।

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 मेष: भगवान सूर्य नारायण की पूजा करें। वृषभ: सूर्य यंत्र का पूजन करें। मिथुन : तांबे के बर्तन में जल भरकर सूर्य देव को अर्पित करें।

 कर्क : तांबे के पात्र में पानी पीएं सिंह : आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। कन्या : घर के मुख्यद्वार पर घी का दीप जलाएं।

 तुला : सूर्य देव को लाल रंग के फूल चढ़ाएं। वृश्चिक : सूर्य से संबंधित चीजों का दान करें। धनु : गुड़ खाकर जल पीकर ही कोई कार्य प्रारंभ करें।

मकर : सूर्योदय के समय सूर्य को जल चढ़ाएं। कुंभ : सूर्य चालीसा का पूजन करें। मीन : सूर्य देव को लाल चंदन डालकर जल चढ़ाएं।









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